सपा छोड़ शिवपाल के करीबी पूर्व विधायक ने थामा कमल का साथ Agra News
पूर्व विधायक मानिकचंद 1996 में मैनपुरी विधानसभा सीट से बने से थे चुने गए थे। शिवपाल यादव के सपा छोड़ने के बाद दूर हो गए थे पार्टी से।
आगरा, जेएनएन। मैनपुरी में ताकत बढ़ा रही भाजपा ने मंगलवार को फिर विरोधियों को झटका दिया। सपा के कद्दावर नेता रहे और वर्तमान में प्रसपा के नेता पूर्व विधायक मानिक चंद यादव ने केसरिया दामन थाम लिया। उन्होंने लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
मैनपुरी जिले में भाजपा कभी भी पूरी तरह मजबूती नहीं दिखा सकी है। अब इसके लिए लगातार कसरत हो रही है। भाजपा के सदस्यता अभियान के तहत पिछले दिनों किशनी के चेयरमैन अनिल मिश्रा ने बसपा छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी। वह आगरा मंडल में बसपा के एकमात्र नगर पंचायत अध्यक्ष थे। इसी बीच सपा और प्रसपा के कद्दावर नेताओं को भी तोडऩे की कोशिश जारी रही। पिछले दिनों करहल में हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यक्रम में मानिक चंद ने शिरकत की थी। उनके भाजपा में जाने की तभी से अटकलें लगाई जा रही थीं। मंगलवार को लखनऊ में प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और रीता बहुगुणा जोशी के सामने भाजपा में शामिल हो गए।
करहल कस्बा निवासी कानिक चंद यादव वर्ष 1993 में करहल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़े थे, परंतु सपा के बाबूराम यादव से हार गए गए। इसके बाद वह सपा में शामिल हो गए और जिलाध्यक्ष बनाए गए। वर्ष 1996 में हुए विधान सभा चुनाव में सपा ने मैनपुरी विधान सभा सीट से मानिक चंद यादव को लड़ाया, इसमें उन्होंने जीत हासिल की थी। इसके बाद वर्ष 2002 में वह चुनाव लड़े, परंतु जीत नहीं सके थे। बीते लोकसभा चुनाव से पहले शिवपाल यादव के अलग से प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाने के बाद मानिकचंद उनके साथ चले गए। उनका करहल क्षेत्र में प्रभाव माना जाता है।
बसपा के विधानसभा महा सचिव हुए भाजपा में शामिल
मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने नगर की शहीद अमरुद्दीन गैस एजेंसी के पास कैंप लगाया। बसपा के विधानसभा महासचिव चक्रेश चतुर्वेदी उर्फ मोनू चौबे ने भाजपा केकी सदस्यता ली। इस दौरान मंडल महामंत्री रमाकांत मिश्रा व रानू चौहान ने लोगों के फॉर्म भरकर मोबाइल से मैसेज भेजकर दर्जनों सदस्य बनाए। इस मौके पर भाजयुमो जिला महामंत्री आकाश चौहान, अल्पसंख्यक मोर्चा मंडल अध्यक्ष उस्मान अली, रामकुमार प्रजापति, ओमजी दुबे, अब्दुल रहमान मौजूद रहे।।