पार्टी में दम घुटा तो पूर्व विधायक शिशुपाल ने छोड़ा हाथ का साथ
पूर्व विधायक ने त्यागपत्र भेजा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर को। भाजपा में शामिल होने के लगाए जा रहे कयास।
आगरा, जेएनएन। पूर्व विधायक शिशुपाल सिंह यादव ने कांग्रेस छोड़ दी। उन्होंने कहा कि एटा लोकसभा सीट जन अधिकार पार्टी को देकर नेतृत्व ने कांग्रेस को यहां खत्म कर दिया। जिले में कांग्रेस का कोई वजूद नहीं बचा, ऐसे में पार्टी में रहते हुए दम घुट रहा था। मुझे राजनीति में रहकर समाजसेवा करनी है इसलिए कांग्रेस को तिलांजलि दे दी।
एटा के होटल माया पैलेस में आयोजित प्रेस कॉफ्रेंस में पूर्व विधायक ने कहा कि कांग्रेस छोड़ने का निर्णय उन्होंने अपने समर्थकों से पूछकर लिया है, वे हमारे साथ हैं। काफी समय से हम यह प्रयास कर रहे थे कि पार्टी की स्थिति सुधर जाए, लेकिन नेतृत्व तक शिकायत करने के बावजूद भी बड़े नेता कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहे थे। इस पार्टी में जितने यहां पद हैं उतने ही गुट हैं। उन्होंने कहा कि हमने अपना त्याग पत्र प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर और राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेज दिया है, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति अच्छी नहीं है। इससे पहले एक बैठक हुई, जिसमें कई समर्थक भी मौजूद थे। उन्होंने अभी यह घोषणा नहीं की है कि किस पार्टी में जाएंगें, लेकिन इतना जरूर कहा कि दो दिन बाद स्थिति पूरी तरह साफ हो जाएगी। शिशुपाल को लेकर माना जा रहा है कि वे भाजपा में जा सकते हैं।
लोकदल से शुरु की थी राजनीति की शुरुआत
राजनीति की शुरूआत 1986 में लोकदल का महामंत्री बनाए जाने से की थी। 1995 में एटा नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ा, लेकिन हार हुई। इसके बाद 1996 और 2002 में वे सपा से एटा सदर सीट पर विधायक रहे। 2007 में भी सपा की टिकट पर चुनाव लड़े, मगर हार गए। कांग्रेस की टिकट पर वर्ष 2012 में उन्होंने चुनाव लड़ा, मगर पराजय का सामना करना पड़ा।