स्वतंत्रता के सारथी: शहर की इस कॉलोनी में सहेजी जाती है बारिश की हर बूंद Agra News
भरतपुर हाउस कॉलोनी में लगा रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम। जलभराव से थे परेशान छह वर्ष पहले ही कर लिया इंतजाम।
आगरा, अम्बुज उपाध्याय। शहर की पॉश कॉलोनी भरतपुर हाउस। आलीशान मकानों की कतारें मगर बारिश में जलभराव से इस कॉलोनी की रौनक ही बिगड़ जाती थी। जलभराव से लोग घरों में कैद हो जाते। कॉलोनी में लगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से बारिश की बूंद-बूंद तो सहेज ही रहे हैं, जलभराव से भी स्थाई निजात मिल गई है।
शहर की पॉश भरतपुर हाउस कॉलोनी का हाल छह वर्ष पहले तक बस्तियों जैसा था। बारिश के बाद लोग घरों में कैद हो जाते थे। मूसलाधार बारिश का पानी घरों में घुसने लगता था। सीवर उफान मारते थे। कॉलोनी की सड़क पर भी इतना पानी भर जाता था कि कार भी नहीं चल पाती थी।
82 मकानों वाली इस कॉलोनी के तत्कालीन अध्यक्ष और वर्तमान संरक्षक पूरन डावर ने इसके स्थाई समाधान को लेकर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के बारे में जानकारी की। ब्लू प्रिंट को कॉलोनी की बैठक में रखा। कॉलोनीवासियों की सहमति के बाद सिस्टम लगवा दिया।
मुख्य सड़क से कॉलोनी कुछ नीचे है, जिस कारण पानी सीधे अंदर जाता है। इस पानी के साथ ही चैंबर, पाइप और क्रॉस पाइप के माध्यम से पानी कॉलोनी के तीन में से सबसे आखिरी वाले पार्क में पहुंचा दिया जाता है। इस पार्क के दो किनारों पर दो बड़े चैंबर बने हुए हैं, जिसमें शोधित होकर पानी भूगर्भ में चला जाता है। कॉलोनी के कई घरों में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा है।
कॉलोनी के नाम हैं कई अवार्ड
भरतपुर हाउस कॉलोनी को पूरे देश में चुनी गई स्वच्छ कॉलोनियों में चौथा स्थान प्राप्त हुआ था। नगर निगम द्वारा कराए जाने वाले सर्वे में कॉलोनी हमेशा प्रथम स्थान प्राप्त करती है।
क्या कहते हैं यहां के निवासी
बारिश से होने वाले जलभराव से पूरी कॉलोनी प्रभावित होती थी। अब बारिश का बूंद-बूंद पानी सहेजा जा रहा है। बारिश के बाद पूरी कॉलोनी का दृश्य और मनोरम हो जाता है। ऐसा लगता है, जैसे विशेष सफाई अभियान चला है।
पूरन डावर, संरक्षक, भरतपुर हाउस रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन
जलभराव ने कॉलोनी की व्यवस्था बिगाड़ दी थी। बारिश में निकलना मुश्किल हो जाता था। अब वर्षा जल सहेजने के साथ ही भूगर्भ जलस्तर बढ़ाने में भी हम सहयोग कर रहे हैं।
योगेश कंसल, अध्यक्ष भरतपुर हाउस रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन
कॉलोनी में लगे रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से बारिश की बूंद-बूंद का संरक्षण होता है। घर में भी हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा रखा है, जिससे एक भी बूंद पानी को बर्बाद नहीं जाने देते हैं।
शौकी कपूर, क्षेत्रीय निवासी
जलभराव बड़ी समस्या बना हुआ था। अपने घर में भी हार्वेस्टिंग सिस्टम बनवा रखा है। उसके ऊपर गार्डन बना दिया है। घर और कॉलोनी दोनों का पानी सहेज धरती की प्यास बुझा रहे हैं।
रवि छावड़ा, क्षेत्रीय निवासी
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