एटा दरगाह प्रकरण: दरगाह कमेटी ने बेची 20 बीघा भूमि पर चला बुलडोजर
Etah Dargah Case फर्जी तरीके से पदाधिकारियों ने कर दी थी सरकारी जमीन की प्लाटिंग। नींव और चारदीवारी तोड़ी गईं कार्रवाई से मचा हड़कंप। 20 बीघा भूमि अवैध कब्जों से मुक्त करा ली गई। तीन घंटे से भी ज्यादा समय तक तोड़फोड़ की जाती रही।
आगरा, जागरण टीम। एटा के जलेसर में बड़े मियां दरगाह कमेटी के पदाधकिारियों द्वारा सरकारी जमीन पर प्लाटिंग कर बेची गई भूमि पर मंगलवार शाम बुलडोजर चला। इस दौरान कई प्लाटों की नींव और चारदीवारी तोड़ दी गई। कार्रवाई के दौरान हड़कंप मचा रहा। 20 बीघा भूमि अवैध कब्जों से मुक्त करा ली गई।
एसडीएम जलेसर अलंकार अग्निहोत्री एवं सीओ जलेसर इरफान नासिर खान भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और बुलडोजरों से तोड़फोड़ शुरू करा दी। सरकारी भूमि पर बनाए गए कई प्लाट पर लोगों ने नींव भर ली थी और चारदीवारी भी बना रखी थी। बुलडोजर ने यह निर्माण ढहा दिया। कार्रवाई के दौरान मौके पर भीड़ एकत्रित हो गई। कई प्लाट मालिक भी अपने कागजात लेकर पहुंच गए और राजस्व टीम को दिखाए, लेकिन राजस्व कर्मचारियों ने कह दिया कि उन्हें तोड़फोड़ का आदेश मिला हुआ है इसलिए अपने अभिलेख उपजिलाधिकारी को दिखाएं।
तीन घंटे से भी ज्यादा समय तक तोड़फोड़ की जाती रही। जिस भूमि पर बुलडोजर चला है उसके बारे में बताया गया है कि दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अकबर अली और अन्य पदाधिकारियों ने सरकारी भूमि की प्लाटिंग कर दी थी और यह प्लाट कस्बा के लोगों को बेच दिए थे। कुछ लोगों ने प्लाट पर निर्माण नहीं करा पाया था सिर्फ नींव ही भर पाए थे। प्रशासन ने उन प्लाट मालिकों को नोटिस दिए थे और अपना पक्ष रखने के लिए भी बुलाया था। लोगों ने अभिलेख भी दिखाए, मगर प्रशासन संतुष्ट नहीं हुआ। कमेटी के पदाधिकारियों की संपत्ति की जांच के दौरान सरकारी जमीन पर कब्जों का मामला सामने आया था। कमेटी के पदाधिकारियों के खिलाफ जिन लोगों ने जगह खरीदी उनमें से आठ लोग फर्जी तरीके से पदाधिकारियों द्वारा बैनामा करने की रिपोर्ट पहले ही दर्ज करा चुके हैं।
दरगाह कमेटी के पदाधिकारियों द्वारा सरकारी भूमि की प्लाटिंग कर दी गई थी और यह प्लाट लोगों को बेच दिए गए। कार्रवाई के दौरान 20 बीघा भूमि अवैध कब्जों से मुक्त कराई गई है।
- अलंकार अग्निहोत्री, एसडीएम जलेसर