फोर्ट स्टेशन पर एस्केलेटर बंद, यात्रियों की सीढि़यां चढ़ने में फूल रही सांस Agra News
आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन से हर दिन 60 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। यात्रियों की भी अच्छी भीड़ रहती है। पांच प्लेटफॉर्म होने के चलते यात्रियों को सीढिय़ों से होकर जाना पड़ता है।
आगरा, जागरण संवाददाता। फोर्ट रेलवे स्टेशन से हर दिन सैकड़ों यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशन पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाए गए हैं। एस्केलेटर के बंद रहने के चलते यात्रियों को परेशानी हो रही है।आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन से हर दिन 60 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। यात्रियों की भी अच्छी भीड़ रहती है। पांच प्लेटफॉर्म होने के चलते यात्रियों को सीढिय़ों से होकर जाना पड़ता है। ऐसे में यात्रियों की सुविधा को लेकर प्लेटफॉर्म नंबर एक पर एस्केलेटर लगवाया गया था, जिससे बुजुर्ग यात्री, लगेज ले जाने वाले यात्री आसानी से चढ़ सकें। मगर, फोर्ट स्टेशन पर लगा एस्केलेटर बंद रहता है। मंगलवार दोपहर साढ़े 12 बजे भी एस्केलेटर बंद था। उस समय प्लेटफॉर्म नंबर दो पर ट्रेन आई। ट्रेन पकडऩे के लिए प्लेटफॉर्म नंबर दो पर जाने के लिए यात्रियों को एस्केलेटर बंद होने के कारण सीढ़ी चढ़कर जाना पड़ा। इससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ा। सीढ़ी चढऩे पर बुजुर्ग यात्रियों की सांस फूल रही थी। महिलाओं को भी दिक्कत हो रही थी।
ट्रैक से होकर गुजरते हैं लोग
सीढ़ी चढऩे से बचने को यात्री शॉर्टकट भी अपनाते हैं। एक प्लेटफॉर्म से दूसरे पर जाने के लिए वह टै्रक पर होकर गुजरते हैं। यात्रियों के साथ रेलवे के वेंडर और माल ढुलाई करने वाले भी टै्रक पर होकर ही गुजरते हैं।
विदेशी पर्यटकों के सामने बिगड़ी तस्वीर
फोर्ट रेलवे स्टेशन से जयपुर, अजमेर शरीफ, अहमदाबाद और वाराणसी जाने के लिए बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक प्लेटफार्म पर पहुंचते हैं। ये स्टेशन बनाया भी ब्रिटिशकाल में था। पुरानी इमारत में दूसरेे प्लेटफार्म तक पहुंचने के जो पुल बना है, उसकी क्षमता भी कम है। यदि दो ट्रेनों का आगमन एकसाथ हो जाए तो पुल को पार करने में यात्रियों के पसीने छूट जाते हैं और धक्का-मुक्की का भी सामना करना पड़ता है। एस्केलेटर चालू होने से विदेशी पर्यटकों को सुविधा मिली थी, अब तस्वीर फिर पुराने ढर्रे पर लौट आई है।
स्टेशन अधीक्षक का तर्क
फोर्ट स्टेशन के अधीक्षक आरसी मीना का कहना है कि जिस समय गाड़ी कम रहती हैं, उस समय कभी-कभी एस्केलेटर बंद कर दिया जाता है। कभी लाइट न होने पर एस्केलेटर बंद हो जाता है।