ईओडब्ल्यू करेगी फर्जी कोटेशन से हुई खरीद मामले की जाच
आगरा कालेज में फर्जी कोटेशन से लाखों रुपये की खरीद व गबन का आरोप। तत्कालीन प्राचार्य सहित पांच प्रोफेसर नामजद
आगरा, जागरण संवाददाता । आगरा कालेज में फर्जी कोटेशन के आधार पर हुई खरीदारी मामले की विवेचना कानपुर आíथक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को सौंपी गई है। टीम ने मामले से जुड़े दस्तावेज जुटाने शुरू कर दिए हैं। कालेज के शारीरिक शिक्षा विभाग के सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष डीपी शर्मा ने पिछले वर्ष कोर्ट के आदेश पर लोहामंडी थाने में यह मुकदमा दर्ज कराया था।
एमजी रोड, साहित्यकुंज निवासी डीपी शर्मा की तहरीर के मुताबिक आगरा कालेज के तत्कालीन प्राचार्य ने अपने सहयोगियों के साथ ई-टेंडर और जेम पोर्टल का उपयोग किए बिना ही करोड़ों रुपये से अवैधानिक खरीद-फरोख्त व व्यय दर्शाकर चार से छह करोड़ रुपये कमीशन के तौर पर अíजत किए। इस संबंध में डीपी शर्मा ने छह जुलाई 2018 को डीएम और 27 अगस्त 2019 को मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर शिकायत की थी। डीएम ने तीन सदस्यीय जाच समिति बनाकर मुख्य विकास अधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट और मुख्य कोषाधिकारी से जाच कराई। वहीं शासन की ओर से राजकीय महिला महाविद्यालय आवलखेड़ा के प्राचार्य प्रोफेसर संजीव भारद्वाज ने जाच की। तहरीर के मुताबिक जाच में उल्लेख किया गया है कि एक ही कोटेशन के आधार पर लाखों /करोड़ों रुपये की खरीद की गई, जबकि खरीद टेंडर के जरिए होनी चाहिए थी। कई वस्तुओं की खरीदारी तो बिना कोटेशन से की गई। इससे गंभीर वित्तीय अनियमितता, अभिलेखों मे हेराफेरी प्रमाणित हुई। वहीं डा. संजीव की जाच में छात्रावास के मेस का धन जमा न होने और सेमिनार के नाम पर लगभग दो लाख रुपये गबन का आरोप प्रमाणित हुआ।
इनके खिलाफ दर्ज हुई थी रिपोर्ट
आगरा कालेज के तत्कालीन प्राचार्य डा. अनिल कुमार गुप्ता, तत्कालीन डीन इंजीनियरिग एंड टेक्नोलॉजी संकाय डा. एसी अग्रवाल, प्रभारी केंद्रीय क्रय समिति विभागाध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर वनस्पति विज्ञान डा. पीबी झा, मुख्य संरक्षक छात्रावास एसोसिएट प्रोफेसर भौतिक विज्ञान डा.बीके चिकारा और संयोजक सेमिनार विभागाध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर राजनीति शास्त्र डा.अरुणोदय बाजपेयी। जाच में सामने आया यह खर्च
आफिस मद में 11.21 लाख रुपये की खरीद, फायर फाइटिंग, बायोमीट्रिक मशीन, वाटर कूलर एंड आरओ, एयर कंडीशनर, हैंडपंप कार्य, लाइब्रेरी की किताबें, कालेज डायरी, फर्नीचर, स्पीकर सिस्टम, प्रोजेक्टर, स्टील चेयर और रिपेयर एंड मेंटीनेंस आफ इक्विपमेंट की खरीदारी हुई। वहीं 68.51 लाख रुपये के व्यय की पत्रावलिया उपलब्ध नहीं मिलीं। शासन ने आगरा कालेज में खरीदारी व अन्य कार्यो में अनियमितता और गबन के आरोप में दर्ज मुकदमे की विवेचना ईओडब्ल्यू को सौंपी है। पत्रावलिया व अन्य जरूरी दस्तावेज मागे जा रहे हैं। विवेचना के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
-बाबूराम, एसपी, ईओडब्ल्यू