आगरा में हंगामे के बाद भी गरजा महाबली, अतिक्रमण किए गए ध्वस्त
नगर निगम की टीम ने सोमवार को शहर के दो क्षेत्रों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। फुटपाथ पर बने घरों को ध्वस्त कर दिया गया।
आगरा : नगर निगम की टीम ने सोमवार को शहर के दो क्षेत्रों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। हंगामे के बाद भी दोनों स्थलों पर महाबली गरजा। 38 स्थायी और 35 अस्थायी निर्माण तोड़े गए। आधा दर्जन दुकानदारों पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया।
नगर निगम की टीम सुबह 11 बजे एसएन इमरजेंसी के पास पहुंच गई। इमरजेंसी के बगल की रोड से अभियान शुरू हुआ। जेसीबी से पक्की दुकानों, खोखे और अस्थायी निर्माण को तोड़ा जाने लगा। क्षेत्रीय दुकानदारों ने विरोध किया और दो से तीन दिन की मोहलत मांगी, लेकिन निगम के अफसरों ने मोहलत देने से इन्कार कर दिया। एसएन गेट गुदड़ी मंसूर खां तक अभियान चलाया। फुटपाथ पर डेढ़ दर्जन खराब रिक्शे रखे हुए थे। जिसे जब्त कर लिया गया। यहां पर छह स्थायी और 23 अस्थायी निर्माण तोड़े गए। दोपहर एक बजे एत्माद्दौला स्मारक के सामने से लेकर यमुना ब्रिज रोड मंदिर तक अभियान चलाया गया। यहां पर भी हंगामा हुआ। मेडिकल स्टोर, छह मीट की दुकानों को तोड़ दिया गया। मंदिर के पास दो कमरे बने हुए थे, जिसे ध्वस्त कर दिया गया। सहायक नगरायुक्त अनुपम शुक्ला ने बताया कि 32 स्थायी और 23 अस्थायी निर्माण ध्वस्त किए गए हैं जिसमें पेठा की दुकानें, टीन शेड सहित अन्य शामिल हैं। मोहलत देने के बाद भी दुकानदारों ने अतिक्रमण नहीं हटाया था। नहीं चली सिफारिश, टूटे निर्माण
एत्माद्दौला स्मारक के सामने फुटपाथ पर कब्जा न हटे, इसके लिए कई दुकानदारों ने जनप्रतिनिधियों को फोन किया। जनप्रतिनिधियों ने निगम के अफसरों को फोन किया। अफसरों ने सिफारिश मानने से इन्कार कर दिया।
और खुद तोड़ने लगे दुकान
एसएन इमरजेंसी के बगल और एत्माद्दौला के सामने नगर निगम की टीम को देख दुकानदार खुद ही अतिक्रमण हटाने लगे। कई दुकानदारों ने दुकान के कुछ हिस्से को तोड़ दिया। बाकी हिस्से को तोड़ने के लिए समय मांगा। निगम के अफसरों ने मोहलत देने से इन्कार कर दिया।