हाथियों की सवारी कराना गलत
फिल्म 'लाइफ ऑफ पाई' में दमदार अभिनय से रंग जमाने वाले अभिनेता आदिल हुसैन रविवार को ताजनगरी पहुंचे। उन्होंने कीठम में वाइल्ड लाइफ एसओएस द्वारा संचालित भालू संरक्षण गृह में भालुओं के साथ काफी समय बिताया। इससे पूर्व उन्होंने चुरमुरा स्थित एलीफेंट कंजर्वेशन एंड केयर सेंटर की विजिट भी की।
जागरण संवाददाता, आगरा: फिल्म 'लाइफ ऑफ पाई' में दमदार अभिनय से रंग जमाने वाले अभिनेता आदिल हुसैन रविवार को ताजनगरी पहुंचे। उन्होंने कीठम में वाइल्ड लाइफ एसओएस द्वारा संचालित भालू संरक्षण गृह में भालुओं के साथ काफी समय बिताया। इससे पूर्व उन्होंने चुरमुरा स्थित एलीफेंट कंजर्वेशन एंड केयर सेंटर की विजिट भी की।
हॉलीवुड व बॉलीवुड फिल्मों के साथ स्टेज पर अपने दमदार अभिनय के लिए जाने वाली आदिल को इसी साल नेशनल फिल्म अवार्ड में स्पेशल जूरी अवार्ड मिला था। पशुप्रेमी आदिल परिवार सहित रविवार सुबह चुरमुरा पहुंचे थे। उन्होंने हथिनी फूलकली को नहलाने में स्टाफ की मदद करने के साथ अन्य हाथियों को ताजे फल खिलाए। स्टाफ ने उन्हें हाथियों को एसओएस द्वारा मुक्त कराने से पूर्व मालिकों द्वारा दी जाने वाली यातनाओं की जानकारी दी। इसके बाद वह कीठम पहुंचे। यहां एसओएस द्वारा संचालित बीयर रेस्क्यू फेसिलिटी सेंटर में उन्होंने भालुओं को भी देखा। आदिल हुसैन ने बताया कि उन्होंने हाथियों को दी जाने वाली क्रूरतापूर्ण यातनाओं के बारे में केवल सुना था। आज इसे जानने का अवसर भी मिला। मैंने कभी भी हाथियों की सवारी का समर्थन नहीं किया। मैं पर्यटन सहित किसी भी कार्यक्रम में हाथियों के इस्तेमाल के खिलाफ हूं। हाथियों और भालुओं के संरक्षण को वाइल्ड लाइफ एसओएस द्वारा किए जा रहे कार्य को मैं पूरा समर्थन करता हूं।
एसओएस के सह-संस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि हाथियों के संरक्षण को अभिनेता आदिल हुसैन के आगे आने से हमें अब इस काम में काफी मदद मिलेगी।