Latest Technology: गूगल मैप कर रहा बिजली चोरी वाले घर की चुगली Agra News
मैप पर कनेक्शन नंबर देखकर पहुंचते हैैं बिजली अधिकारी। आगरा में 300 से ज्यादा पकड़ें हैैं बिजली चोर।
आगरा, जागरण संवाददाता। तकनीक के क्या-क्या फायदे हो सकते हैं, यह आप सोच भी नहीं सकते। अब गूगल मैप बिजली चोरों के घर का रास्ता भी बता है। आसानी से बिजली विभाग इनके घर तक पहुंच रहा है। मैप के जरिए बिजली अधिकारी रात और दिन में कार्रवाई कर रहे हैैं। आगरा में 300 से ज्यादा बिजली चोर गूगल मैप के माध्यम से पकड़े जा चुके हैैं। गूगल की चुगली से अभी कई और बिजली चोर पकड़ में आ सकते हैं।
बिजली विभाग बिलिंग एजेंसियों से जीपीएस बेस बिलिंग करा रहा है। एजेंसी की ओर से उपभोक्ता के घर पर मीटर रीडर बिल बनाने पहुंचता है। वहां अगर बिजली चोरी हो रही होती है तो विभाग के बिलिंग पोर्टल पर गूगल के माध्यम से उपभोक्ता के घर और बिजली चोरी की जगह भी दर्शाने लगती है। बिजली अधिकारी समझ जाते हैैं कि उपभोक्ता बिजली चोरी कर रहा है। मैप के हिसाब से ही उसके घर पर छापा मारते हैैं।
कनेक्शन नंबर से सर्चिंग
बिलिंग पोर्टल पर उपभोक्ता का कनेक्शन नंबर भी दर्ज होता है। इसके बाद ही बिल प्रिंट होता है। आगरा ग्र्रामीण क्षेत्र में चार लाख उपभोक्ताओं से ज्यादा हैं। इसमें अब तक 1.20 लाख उपभोक्ताओं लोकेशन दर्ज हो चुकी है।
रीडिंग स्टोर करने वाले भी नहीं बचते
मीटरों में छेड़छाड़ करने वाले उपभोक्ताओं का भी गूगल मैप के माध्यम से पता लगाया जा सकता है। उपभोक्ता का बिल कम बनते ही विभाग के अधिकारी सर्तक हो जाते हैैं। उपभोक्ता के घरों में विद्युत उपकरणों की जांच कराते हैैं। जरा भी संदेह होने पर मीटर का परीक्षण किया जाता है। रीडिंग स्टोर पाई जाने पर बिल भेजते और उचित विधिक कार्रवाई करते हैैं।
गूगल मैप के माध्यम से बिजली चोरी पकडऩे की प्रक्रिया चालू है। आगरा में 300 से ज्यादा उपभोक्ता पर इससे कार्रवाई की जा चुकी है।
हरीश बंसल, अधीक्षण अभियंता