चढ़ते डॉलर ने गिराया आयात, छुड़ाया पसीना, कारोबारियों को नहीं आ रही नींद
लडख़ड़ाया चाइना बाजार, मुनाफा चढ़ा कमजोर रुपये की भेंट। बढ़ती कीमत से नए ऑर्डर हुए कम, आयातक की उड़ गई है नींद।
आगरा, जासं: चाइनीज लाइट का कारोबार करने वाले एक आयातक परेशान हैं। आयटम जब बुक किए थे तो डॉलर की तुलना में रुपया मजबूत स्थिति में था। डॉलर के भाव बढऩे से उक्त आयटम के भाव बढ़ गए हैैं। यहां का बाजार इस स्थिति में नहीं है कि इतनी बढ़ी कीमतों पर बिक्री हो सके।
कांच नगरी में चाइना से बड़ी मात्रा मेें लाइटिंग का सामान आता है। दीपोत्सव की मांग को देखते हुए दो माह पूर्व बुकिंग कराई थी। स्थानीय विक्रेताओं से भी आयातकों ने आर्डर बुक कर लिए। डॉलर के मुकाबले रुपया गिरने से स्थिति यह है कि कई आइटम में मुनाफा ही समाप्त हो गया है।
डॉलर की कीमतें बढऩे के बाद बढ़ी हुई रेट पर आयातकों को ऑर्डर नहीं मिल रहे हैं। इससे चाइना से आने वाले माल को भी झटका लगा है। वहीं इससे भारतीय आयटम की डिमांड में थोड़ी बढ़ोत्तरी हुई है। अब तक आयातक माल डिलेवरी के कागज आने के बाद भुगतान के लिए कंटेनर आने का इंतजार करते थे। जब से डॉलर हर रोज बढ़ रहा है, तत्काल भुगतान कर रहे हैं। चाहे उधार क्यों न लेना पड़े।
बिगड़ा गणित
- 68 रुपये के लगभग था आर्डर बुक करते समय डॉलर का भाव
- 74 रुपये तक पहुंच गई है वर्तमान में डॉलर की कीमत
- 350 रुपये तक बढ़े चाइना से आयत किए जाने वाले एक पीस पर
- 30 से 40 कंटेनर माल आता है दीपावली के त्योहार पर
- 8 से 10 करोड़ रुपये के माल का होता है आयात
बाहर से होता है यह आयात
फैंसी लाइट, झूमर, पैनल लाइट, एलईडी स्ट्रिप, कोब लाइट
रुपये की गिरावट से कारोबार पर प्रभाव पड़ रहा है। माल की कीमतें बढ़ गई हैं। बाजार डांवाडोल है। ऐसे में नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
अमन, ल्यूबिना बॉस, आयातक
55 वर्ष से कारोबारी संबंध हैं, माल तो जिस रेट पर तय किया है, उस पर ही देना होगा। अब नुकसान हो या मुनाफा।
सुमित गुप्ता, कारोबारी