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कोरोना की मार, पढा़ई के साथ नाबालिग के कंधों पर आ गई मां और भाई-बहनों की जिम्मेदारी

आगरा सदर के गोपालपुरा में रहने वाले ई-रिक्शा चालक की कोरोना काल में हुई मौत। बारहवीं में पढ़ने वाले नाबालिग बेटा विधवा मां और छोटे भाइयों का उठा रहा बोझ। सदर के कृष्णा विहार कालोनी में रहने वाले चंद्रप्रभा देवी के परिवार की पंजाबी सभा ने की मदद।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 12:16 PM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 12:16 PM (IST)
कोरोना की मार, पढा़ई के साथ नाबालिग के कंधों पर आ गई मां और भाई-बहनों की जिम्मेदारी
आगरा में कोरोना से पिता की मौत के बाद किशोर पर परिवार चलाने की जिम्‍मेदारी आ गई है।

आगरा, जागरण संवाददाता। सदर के गोपालपुरा के रहने वाले ई-रिक्शा चालक सत्य प्रकाश की कोरोना काल में एक महीने पहले मौत हो गई। पिता की मौत ने 16 साल के बड़े बेटे पर विधवा मां और छोटे भाई-बहनों की जिम्मेदारी डाल दी। वह अपनी पढाई पर ध्यान केंद्रित करने की जगह उनकी जिम्मेदारी का बोझ उठाने को मजबूर है। इससे कि परिवार का पेट पाल सके।

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गोपालपुरा के रहने वाले सत्य प्रकाश ई-रिक्शा चलाते थे। उन्हें 16 मई को तेज बुखार के साथ सांस लेेने में दिक्कत की शिकायत हुई। पास के एक डाक्टर से दवा लेकर कुछ दिन खाई लेकिन फायदा नहीं हुआ। स्वजन ने बताया कि सत्य प्रकाश की हालत ज्यादा खराब होने पर डाक्टर को दिखाया। उसने आक्सीजन लेबल चेक किया तो काफी कम था। डाक्टर ने उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराने की कहा। किसी तरह रुपये का इंतजाम करके अगले दिन सत्य प्रकाश को लेकर अस्पतालों के चक्कर काटने शुरू किए।

स्वजन ने बताया कि किसी तरह नामनेर स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया। यहां पर कुछ देर बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया। पिता की मौत के बाद विधवा पत्नी नीरू के सामने परिवार को चलाने की चुनौती थी। तीन बच्चों को पढाने के लिए रकम कहां से आएगी, यही सोचकर परेशान थीं। मां के हालात देख बारहवीं में पढ़ने वाले नाबालिग बेटे ने परिवार को बोझ अपने कंधों पर उठाने का फैसला किया। वह पिता का ई-रिक्शा चलाकर परिवार की जिम्मेदारी उठा रहा है। अभी स्कूल बंद होने के चलते वह परिवार के लिए यह सब कर पा रहा है। मां को फिक्र है कि महामारी के खत्म होने के बाद बेटा कंधों पर किताबों और परिवार की जिम्मेदारी का बोझ एक साथ कैसे उठा सकेगा।मां नीरू का कहना था बच्चों को सरकारी मदद ही समस्या का स्थाई समाधान कर सकती है।

पीड़ित परिवार को पहुंचाई मदद

दैनिक जागरण ने कोरोना काल में पति और सास को गंवाने वाली सदर के कृष्णा विहार कालोनी में रहने वाले चंद्रप्रभा देवी के परिवार की मुश्किलाें को लिखा था। परिवार के पास जमा पूंजी खत्म हो चुकी थी। राशन खत्म होने के कगार पर था। दैनिक जागरण के माध्यम से परिवार की आर्थिक दिक्कतों के बारे में जानकारी होने पर सोमवार को पंजाबी सभा आगरा के पदाधिकारी वहां पहुंचे। उन्होंने परिवार के राशन की व्यवस्था की। इसके साथ आगे भी परिवार को मदद का आश्वासन दिया। सहयोग करने वालों में पंजाबी सभा के विश्वनाथ जुनेजा, रोहित कत्याल, प्रदीप पुरी, संजय जटाना, कांत खत्री आदि थे।


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