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Monument of Agra: आगरा के पांच लाख लोगों की आजीविका पर संकट, 2020 के बाद 2021 में भी पर्यटन के उबरने की नहीं रही उम्मीद

Monument of Agra स्मारकों के बंद होने के बाद पर्यटन कारोबार पूरी तरह हुआ ठप। होटल व रेस्टोरेंट में बुकिंग हुईं कैंसिल। पांच लाख लोगों की रोजी-रोटी पर संकट। लाक डाउन से किसी तरह उबरने की कोशिशों में जुटे हुए थे। अब एक बार फिर होने वाले हैं हालात खराब।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 17 Apr 2021 02:47 PM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 02:47 PM (IST)
Monument of Agra: आगरा के पांच लाख लोगों की आजीविका पर संकट, 2020 के बाद 2021 में भी पर्यटन के उबरने की नहीं रही उम्मीद
स्मारकों की बंदी के साथ ही ताजनगरी का पर्यटन उद्योग पूरी तरह ठप हो गया है।

आगरा, जागरण संवाददाता। ताजनगरी के पर्यटन उद्योग के वर्ष 2020 के बाद 2021 में भी उबरने की कोई उम्मीद नहीं बची है। स्मारकों की बंदी के साथ ही ताजनगरी का पर्यटन उद्योग पूरी तरह ठप हो गया है। होटल, पेइंग गेस्ट हाउस व रेस्टोरेंट में सभी बुकिंग कैंसिल हो गई हैं। पांच लाख लोगों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है। वो पिछले वर्ष के लाक डाउन के बाद किसी तरह उबरने की कोशिश कर रहे थे। अब एक बार फिर उनके हालात खराब हो गए हैं।

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कोरोना वायरस के देश में बढ़ते हुए संक्रमण को देखते हुए संस्कृति मंत्रालय ने गुरुवार शाम को देशभर के सभी स्मारकों को बंद करने का आदेश जारी किया था। शुक्रवार सुबह ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माद्दौला, मेहताब बाग, मरियम टाम्ब, रामबाग समेत अन्य सभी स्मारकों के दरवाजों पर ताला लगा दिया गया। स्मारकों में पर्यटकों का प्रवेश प्रतिबंधित होने से आगरा का पर्यटन कारोबार पूरी तरह ठप हो गया है। होटल में जो बुकिंग बची भी थीं, वो कैंसिल हो चुकी हैं। इससे पर्यटन कारोबारियों के लिए मुसीबत बढ़ गई है। 13 माह में सरकार द्वारा उन्हें कोई छूट या रियायत नहीं दी गई थी। वो किसी तरह गुजर-बसर कर रहे थे। अाने वाले दिनों में पर्यटन काराेबार से जुड़े लाेगों के लिए संकट और बढ़ सकता है।

188 दिन बंद रहे थे ताजमहल और किला

पिछले वर्ष कोरोना काल में आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, सिकंदरा, एत्माद्दौला, मेहताब बाग, रामबाग, मरियम टाम्ब समेत अन्य स्मारक 17 मार्च से 31 अगस्त तक 168 दिन बंद रहे थे। वहीं, ताजमहल और आगरा किला 17 मार्च से 20 सितंबर तक 188 दिन बंद रहे थे। 207 दिन तक स्मारक खुले और उसके बाद दोबारा बंद कर दिए गए।

स्मारकों को बंद करने से यह लोग प्रभावित

स्मारकों को बंद करने से होटल, रेस्टोरेंट, पेइंग गेस्ट हाउस, हैंडीक्राफ्ट एंपोरियम, शोरूम, स्मारकों के पास संचालित दुकानें, टूर आपरेटर, गाइड, फोटोग्राफर, ट्रैवल एजेंसी संचालक, वेंडर्स, टैक्सी चालक, आटो चालक, रिक्शा चालक प्रभावित हुए हैं।

वर्ष 2021 में पर्यटन के उबरने की कोई उम्मीद नहीं बची है। स्मारकों को बंद किए जाने से पर्यटन कारोबार पूरी तरह ठप हो गया है। विदेशी पर्यटन पहले से ही ठप था। सरकार ने आज तक पर्यटन कारोबार को कोई सहायता नहीं प्रदान की है।

-राजीव सक्सेना, उपाध्यक्ष आगरा टूरिज्म गिल्ड

सरकार ने 13 माह में दूसरी बार अचानक स्मारकों को बंद कर दिया। बहुत से पर्यटकों ने एडवांस टिकट बुक करा रखी थीं। उनकी बुकिंग का क्या होगा? पर्यटन उद्योग के हित की बात सरकार केवल भाषणों में करती है। उसे कोई सहायता नहीं दी है।

-संदीप अरोड़ा, अध्यक्ष आगरा टूरिज्म डवलपमेंट फाउंडेशन 


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