सर्दियों में खाएं हरे पत्तेदार सब्जियां और बथुए का रायता, इनसे होंगे कई फायदे
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं आंतों में मौजूद गट बैक्टीरिया। लोग डाइटीशियन और चिकित्सकों से सलाह लेकर भोजनशैली में कर रहे बदलाव। गट बैक्टीरिया सही रहेंगे तो नहीं होगी त्वचा और बालों से जुड़ी भी कोई समस्या। पाचन शक्ति भी रहेगी दुरुस्त।
आगरा, जागरण संवाददाता। सर्दियां शुरू हो चुकी हैं, लेकिन कोरोना वायरस का संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। अभी वैक्सीन तो आम जनता की पहुंच में नहीं आई है, पर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर इस संक्रमण को दूर रखा जा सकता है। आंतों में रहने वाले गट बैक्टीरिया, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूर करने में एक अहम भूमिका निभाते हैं, उन्हें स्वस्थ रखने के लिए सर्दियों में काफी खाने की चीजें आती हैं। लोग इन चीजों का सेवन कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए चिकित्सकों और डाइटीशियनों से सलाह ले रहे हैं।
अभी तक यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि कोरोना का शिकार वे लोग जल्दी होते हैं, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। बच्चे और बुजुर्गों को काफी खतरा है। कोरोना काल में लोग अपनी सेहत को लेकर काफी जागरूक हुए हैं, लगातार फिट रहने की सलाहें ले रहे हैं। योगा और एक्सरसाइज कर खुद को फिट रखने की कोशिशों में भी लगे हुए हैं। खानपान में भी बदलाव हुआ है। इस दौरान लोगों में एक ट्रेंड भी देखने में मिला है, डाइटीशियनों और चिकित्सकों की सलाह पर एेसी चीजों का सेवन कर रहे हैं, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो।
क्या है गट बैक्टीरिया
गट बैक्टीरिया आंतों में रहते हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में इनकी अहम भूमिका है। अगर गट बैक्टीरिया स्वस्थ होंगे तो रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी। गट बैक्टीरिया का एक पूरा चैनल होता है, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाता है।
कैसे रखें गट बैक्टीरिया को स्वस्थ
गट बैक्टीरिया को स्वस्थ रखने के लिए एेसे भोजन का सेवन करना होता है, जो सुपाच्य और पोषक तत्वों से भरपूर हो। डाइटीशियन अर्चना बताती हैं कि सर्दियों में बथुए का रायता, रसीले फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, दलिया, पोहा और ओट्स आदि खाना काफी फायदेमंद है। चिकित्सक डा. प्रेम सिंह का कहना है कि रोग प्रतिरोधक क्षमता का लगभग 70 फीसद हिस्सा आंतों में होता है। बीमारियों से बचाव, बालों और त्वचा को स्वस्थ रखने, एनर्जी बनाए रखने और वजन कंट्रोल के लिए भी गट बैक्टीरिया काफी काम करते हैं। इसके लिए जरूरी है कि भोजनशैली में बदलाव किया जाए।