Monitoring of Criminals: ज्यादा दिन तक नहीं झोंक सकते आंखों में धूल, अपराधियों के घर दस्तक दे रही ईगल मोबाइल
Monitoring of Criminals आगरा में अब तक 10 हजार अपराधियों के घर जा चुकी है ईगल मोबाइल की टीम। अपराधियों का पूरा डाटा तैयार कर लिया है। इनमें से कुछ सक्रिय अपराधियों की हिस्ट्रीशीट भी खोली गई हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। अपराधियों की मॉनीटरिंग को एक वर्ष पहले शुरू किया गया प्रयोग असरदार माना जा रहा है। ईगल मोबाइल ने अब तक 10 हजार अपराधियों के घर दस्तक देकर उनका पूरा डाटा तैयार कर लिया है। इनमें से कुछ सक्रिय अपराधियों की हिस्ट्रीशीट भी खोली गई हैं। अपराधियों की सतत निगरानी की जा रही है। इस टीम के काम से अपराधियों पर अंकुश लगाने की उम्मीद की जा रही है।
एसएसपी बबलू कुमार ने अगस्त 2019 में जिले मे ईगल मोबाइल का गठन किया था। 40 थानों में 80 पुलिसकर्मी लगाए गए। हर थाने में दो-दो सिपाहियों की टीम बनाकर उन्हें स्मार्ट फोन के साथ बाइक भी दी। इनको अपराधियों के घर जाकर उनकी निगरानी की जिम्मेदारी दी गई थी। वाट्सएप ग्रुप पर उनके घर का फोटो शेयर करने के साथ ही डीसीआरवी में अपराधी के संबंध में जानकारी देनी थी। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि एक वर्ष में ईगल मोबाइल 10 हजार अपराधियों के घर जा चुकी है। उनका डोजियर तैयार किया गया। इनमें से 85 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है। वहीं 400 बवाली किस्म के लोग भी चिह्नित किए गए हैं। ईगल मोबाइल रोज जेल से छूटने वाले अपराधियों का भी सत्यापन भी करती है। उनकी गतिविधि पर नजर रखती है। इससे अपराधियों के मन में यह रहता है वे पुलिस की मॉनीटरिंग में हैं। इसलिए वे अपराध करने से डरते हैं। जेल से छूटने के बाद वारदात ईगल मोबाइल की मॉनीटरिंग के बाद भी कुछ अपराधी जेल से छूटने के बाद वारदात कर रहे हैं। पिछली कई लूट और चोरी की घटनाओं में ऐसे ही अपराधियों के नाम सामने आए, जो हाल ही में जेल से छूटे थे।