जा रहे हैं DVNNL तो पहलेे पढ़ लें ये खबर, 48 घंटे राम भरोसे है बिजली व्यवस्था Agra News
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लि. के कर्मियों का दो दिन कार्य बहिष्कार। मुख्यालय सहित सभी उपखंड़ों पर देे रहे धरना नहीं हो रहा उपभोक्ताओं का काम।
आगरा, जागरण संवाददाता। आप अगर बिजली विभाग के कार्यालय जा रहे हैं, तो आपको निराश होकर लौटना पड़ेगा। बिजली विभाग के दफ्तरों में उपभोक्ता की बात सुनने वाला नहीं है। बिजली अधिकारी व कर्मचारी सोमवार सुबह ग्यारह बजे से दो दिवसीय कार्य बहिष्कार पर हैं। हांलाकि बिल भुगतान करने में कोई परेशानी नहीं आएगी। उपभोक्ताओं की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए कैश काउंटर खुले हुए हैं।
बिजली कर्मियों की सामान्य भविष्य निधि व अंशदायी भविष्य निधि के घोटाले के विरोध में बिजली अधिकारी व कर्मचारी सोमवार से मंगलवार तक कार्य बहिष्कार पर हैं। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) मुख्यालय पर धरना सभा कर रहे हैं। इस कारण बिजली विभाग के सारे दफ्तरों पर सन्नाटा छाया हुआ है। बस कैश काउंटर खुले हुए हैं। जबकि इन्हें बंद रखने का दावा किया गया था लेकिन उपभोक्ताओं की सुविधाओंं का ध्यान रखते हुए काउंटर खुले रहे।
दरअसल, उप्र पॉवर कारपोरेशन के तत्कालीन अधिकारियों ने बिजली कर्मियों के सामान्य व अंशदायी भविष्य निधि की राशि निजी कंपनी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) में लगा दी। इसमें बिजली कर्मियों के 2667.90 करोड़ रुपये नियमों के विरुद्ध लगा दिए। इसमें डीवीवीएनएल के 5500 से ज्यादा अधिकारी व कर्मचारियों की भविष्य निधि की राशि भी फंसी हुई है। बिजलीकर्मी पांच नवंबर से घोटाले के विरोध में धरना कर रहे हैं। बिजली कर्मियों की मांग है कि सरकार गजट नोटिफिकेशन जारी करे और पूर्व एमडी व चैयरमैन के खिलाफ कार्रवाई करे।
घोटाले के विरोध में अभियान ठप न चोरी पकड़ी
बिजली कर्मियों की भविष्य निधि राशि का घोटाला सामने आने के बाद डीवीवीएनएल के विभिन्न कार्यों पर ब्रेक लगा हुआ है। अभियान बंद हैं और बिजली चोर भी नहीं पकड़े गए हैं। विभाग में फाइलों का भी ढेर लग गया है। उपभोक्ता काम कराने को चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन सुबह ग्यारह बजे से शाम पांच बजे तक बिजली कर्मी धरने स्थल पर बैठे हैं।
एमडी व निदेशक सक्रिय
डीवीवीएनएल के कर्मी काई बार चैयरमैन की वीडियो कांफ्रेंस का बहिष्कार कर चुके हैं। इसमें केवल डीवीवीएनएल की प्रबंध निदेशक व अन्य निदेशक सक्रिय हैं।
सोशल मीडिया पर की थी अपील
बिजली संगठनों के पदाधिकारी डीवीवीएनएल के अधिकारी व कर्मचारियों से धरना स्थल पर पहुंचने की अपील की थी। ये पदाधिकारी सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। मेसेज करके उन्हें मुख्यालय पर बुलाया है।
संविदाकर्मियों के हवाले
डीवीवीएनएल में करीब 5500 अधिकारी व कर्मचारी हैं। इसके अलावा लगभग 16 हजार संविदाकर्मी कार्यरत हैं। अधिकारी व कर्मचारी द्वारा बहिष्कार करने पर संविदाकर्मी ही विभाग की व्यवस्था संभाल रहे हैं।
इन कामों को न करने का दावा
- बिजली कर्मियों की आइडी का उपयोग न होगा।
- प्रशासन व प्रबंधन की मीटिंग में सहभागिता न होगी।
- किसी भी सदस्य को कार्य आइडी देने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।
- बिजली कर्मियों के द्वारा कोई भी संयोजन विच्छेदन अभियान नहीं चलेगा।
हड़ताल में ये हैं शामिल
संघर्ष समिति के संयोजक वीपी सिंह, मनोज जैन, ओपी गुप्ता, सुबोध कुमार, आरएल यादव, एसके गुप्ता, एके चौधरी, संजीव जैन, प्रदीप खत्री, ठाकुर राजपाल सिंह, शेष कुमार बघेल, हरीश बंसल, शैलेंद्र, संजय, राकेश, विष्णु, एके पांडे, एसके चौधरी, राघवेंद्र, भानूप्रताप, हिमालय, ललिता, द्वारिका प्रसाद, अमित चौधरी, अनूप उपाध्याय, पंकज केला, बच्चे सिंह, हरीश बंसल, यतेंद्र सिंह आदि।