बिजली खपत के हिसाब से करनी होगी राजस्व वसूली
डीवीवीएनएल की नवागत एमडी सौम्या अग्रवाल ने कार्यभार संभाला - कनेक्शन काटने के बाद सख्ती से बकाया वसूलने के निर्देश
आगरा, जागरण संवाददाता। डीवीवीएनएल से पोषित होने वाले जिलों में जितनी बिजली की खपत होगी। उतनी ही वसूल करनी पड़ेगी। बकाएदारों पर सख्त कार्रवाई होगी और उनको शरण देने वाले बिजली अधिकारी भी बख्शे नहीं जाएंगे। ये निर्देश बुधवार को डीवीवीएनएल की नवागत एमडी आइएएस सौम्या अग्रवाल ने दिए हैं।
दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) के मुख्यालय में सौैम्या अग्रवाल ने प्रबंध निदेशक पद का कार्यभार संभाला है। सौम्या ने तकनीकी, कॉमर्शियल, वित्त और प्रशासनिक निदेशक और अभियंताओं के साथ बैठक की। उन्होंने निदेशकों को सख्त निर्देश दिए कि डीवीवीएनएल के 21 जिलों में जितनी बिजली की खपत बढ़ेगी, उतनी ही राजस्व वसूली करना आवश्यक होगा। बकाया वसूलने पर जोर देते हुए कहा कि बकाएदारों के कनेक्शन कटने के बाद प्रवर्तन दल और पुलिसकर्मी बकाया वसूलने में मदद करेंगे। अगर, इसके बाद भी प्रयोग होता पाया जाता है, तो उपभोक्ता सहित बिजली अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी। समय पर लक्ष्य पूरा हो
उप्र पॉॅवर कॉर्पोरेशन की तरफ से डीवीवीएनएल के 21 जिलों में बिजली अधिकारियों को राजस्व वसूली करने का लक्ष्य हर माह दिया जाता है। सितंबर में 656 करोड़ रुपये का बकाया वसूलने का लक्ष्य है और बिजली कर्मचारियों ने अभी तक केवल दो करोड़ रुपये की वसूली की है, लेकिन एमडी ने माह के अंत तक लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। दो सौ करोड़ रहता है बकाया
डीवीवीएनएल के 21 जिलों में करीब 19 सौ मिलियन यूनिट बिजली की खपत होती है। करीब आठ सौ करोड़ रुपये के बिल तैयार होते हैं, लेकिन विभाग केवल छह सौ करोड़ रुपये ही वसूल पाता है।