आगरा में गंगाजल पाइप लाइन बिछाने के दौरान ढाय गिरी, मजदूर दबा, मची चीख पुकार
जीवनी मंडी वाटरवर्क्स से कमला नगर के लिए बिछ रही है 1600 एमएम की पाइप लाइन। नेशनल हाईवे-19 के नीचे से होकर गुजरेगी लाइन ट्रेंस लेस तकनीक का लिया जा रहा सहारा। मजदूर के दबने के चलते तीन घंटे तक लाइन बिछाने का कार्य ठप रहा।
आगरा, जागरण संवाददाता। जल निगम, विश्व बैंक इकाई के अफसरों की लापरवाही खुलकर सामने आ गई। गंगाजल पाइप लाइन बिछाने के दौरान अग्रवाल नर्सिंग होम, नेशनल हाईवे-19 के पास संरक्षा के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। बुधवार तीसरे पहर 4.20 बजे 1600 एमएम की पानी की लाइन बिछाई जा रही थी। तभी मिट्टी की ढाय गिर पड़ी। मिट्टी में एक मजदूर दब गया। चीख पुकार मच गई। क्षेत्रीय लोग जुट गए और किसी तरीके से मजदूर को बाहर निकाला गया। मजदूर के दबने के चलते तीन घंटे तक लाइन बिछाने का कार्य ठप रहा।
जीवनी मंडी वाटरवर्क्स से कमला नगर तक 1600 एमएम की पानी की लाइन बिछाई जा रही है। यह लाइन नेशनल हाईवे-19 के नीचे से होकर गुजरेगी। यह कार्य जल निगम, विश्व बैंक इकाई द्वारा कराया जा रहा है। बुधवार सुबह दस बजे से निगम के आधा दर्जन से अधिक मजदूर काम कर रहे थे। अग्रवाल नर्सिंग होम के ठीक सामने जेसीबी से खोदाई चल रही थी। खोदाई के दौरान संरक्षा का कोई इंतजाम नहीं किया गया था। तभी मिट्टी की ढाय गिर पड़ी। इटावा निवासी शैलेंद्र कुमार दब गया। इससे चीख पुकार मच गई। बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गई। क्षेत्रीय लोगों ने किसी तरीके से शैलेंद्र को मिट्टी से बाहर निकाला और निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जल निगम, विश्व बैंक इकाई के परियोजना प्रबंधक महेश कुमार ने बताया कि शैलेंद्र खतरे से बाहर है। जीवनी मंडी वाटरवर्क्स से कमला नगर तक पाइप लाइन बिछाई जा रही थी। कुछ देर के लिए काम रुक गया था फिर शुरू कर दिया गया।