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कासगंज के नगला मुंडा में हादसा, मिट्टी की ढाय ढहने से दबीं महिलाएं, दो की मौत

तीन महिलाएं आईं थी मिट्टी लेने पोखर किनारे था मिट्टी का टीला। खबर मिलने पर दौड़े अफसर बुलाई राहत टीम ग्रामीण भी जुटे।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Tue, 28 May 2019 09:07 PM (IST)Updated: Tue, 28 May 2019 09:07 PM (IST)
कासगंज के नगला मुंडा में हादसा, मिट्टी की ढाय ढहने से दबीं महिलाएं, दो की मौत
कासगंज के नगला मुंडा में हादसा, मिट्टी की ढाय ढहने से दबीं महिलाएं, दो की मौत

आगरा, जेएनएन। कासगंज के गांव नगला मुंडा में मंगलवार देर शाम बड़ा हादसा हुआ। मिट्टी की ढाय ढहने से तीन महिलाओं के दब गईं। गांव में अफरा-तफरी मच गई। आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। खबर मिलने पर थाना कासगंज पुलिस के साथ प्रशासनिक अफसर पहुंच गए। आनन-फानन में जेसीबी मंगाई गई। मिट्टी ज्यादा देख कर प्रशासन ने चार जेसीबी मंगाकर मिट्टी को हटवाना शुरू किया। एक महिला के बाहर निकलने के बाद राहत कार्य में जुटे लोगों की उम्मीद बढ़ी। करीब तीन घंटे की मेहनत के बाद महिलाओं को निकाला जा सका। इनमें से दो महिलाओं ने दम तोड़ दिया।
मंगलवार शाम को ऐंठपुर निवासी तारा रानी पत्नी प्रेमपाल, सरोज देवी पत्नी अशोक कुमार तथा गौरा देवी पत्नी इंद्रपाल मिट्टी लेने के लिए नगला मुंडा स्थित पोखर पर गई थीं। यहां पर मिट्टी के टीले के नीचे खुदाई से जमीन खोखली हो गई थी। महिलाओं ने यहां से मिट्टी निकालना शुरू कर दिया। इसी दौरान मिट्टी खिसक गई तथा तीनों मिट्टी में दब गईं। ग्रामीणों को जब ढाय गिरने की जानकारी मिली तो आसपास के लोग मौके पर दौड़े। खबर मिलने पर सीओ सिटी आइपी ङ्क्षसह एवं एसडीएम ललित कुमार पहुंच गए। जेसीबी मंगाकर मिट्टी हटाना शुरू कराया। कुछ देर में एक महिला नजर आई, इन्हें बाहर निकाला तो इनकी पहचान गौरा देवी के रूप में हुई। परिजन गौरा को उपचार के लिए अस्पताल लेकर दौड़े, जहां से चिकित्सकों ने रैफर कर दिया। ग्रामीणों में अन्य महिलाओं के मिलने की उम्मीद बढ़ी तो राहत कार्य तेज कर दिया, रात पौने आठ बजे तक चले राहत कार्य के बाद तारा देवी तथा सरोज देवी को भी प्रशासन ने निकालने में सफलता हासिल की। इन्हें अस्पताल भेजा, जहां चिकित्सकों ने इन्हें मृत घोषित कर दिया।

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बरती पूरी एहतियात
प्रशासन ने मिट्टी हटाने के लिए चार जेसीबी लगाईं। जेसीबी चालकों को भी सावधानी से मिट्टी हटाने के लिए कहा, ताकि मिट्टी में दबी किसी महिला को चोट न पहुंचे। जब लगा कि अब मिट्टी पूरी तरह हट गई है तथा महिलाएं निकट हैं तो इसके बाद फावड़ों से मिट्टी को हटाया गया।

जेसीबी की लाइट में चलती रही खुदाई
शाम साढ़े छह बजे के बाद अंधेरा छाने लगा तो ऐसे में मिट्टी हटाने में भी दिक्कतें आर्इं। एसडीएम ललित कुमार एवं सीओ आइपी ङ्क्षसह ने जेसीबी की लाइट जलाने के आदेश दिए। इसके बाद अपने निर्देशन में उन्होंने मिट्टी की खुदाई कराई।

गांव में मची भगदड़
मिट्टी की ढाय गिरते हुए आसपास के लोगों ने देखा तो वह भी दौड़े-दौड़े यहां पहुंचे। कुछ ही देर में आसपास के ग्रामीणों की भीड़ भी पहुंच गई। ढाय में दबीं महिलाओं के संबंध में लोग पूछते हुए नजर आए। खबर मिलने पर जब महिलाओं के परिजन पहुंचे तो इनके गांव एवं नाम की जानकारी हो सकी। इसके बाद बचाव कार्य शुरू हो सका।

अंजलि का अब कौन करेगा पालन
मां तारा रानी के दबने की खबर मिलने पर 14 वर्षीय अंजलि बिलखने लगी। उसे बिलखते देख पड़ोस की महिलाओं ने चुप कराया। अंजलि के पिता की पहले ही मौत हो गई है तथा अब मां की भी हादसे में मौत हो गई।

होगा आर्थिक मदद को प्रयास
'मृतक महिलाओं में से यदि कोई परिवार की मुखिया हैं और कृषि भूमि उनके नाम है तो दुर्घटना बीमा योजना का लाभ दिलाएंगे, अन्यथा पारिवारिक स्थिति को देखते हुए हर संभव मदद का प्रयास करेंगे'।
ललित कुमार
एसडीएम कासगंज
 

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