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Drug Supplier: आगरा के अवैध गोदाम से बरामद हुईं मप्र सरकार सप्लाई की दवाएं, इस तरह काम करता है नेटवर्क

Drug Supplier मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों से लाई गई थीं बुखार दर्द की दवाएं और एंटीबायोटिक। पुलिस कस्टडी रिमांड पर सोनू ने दी दवाओं के अवैध कारोबार के नेटवर्क की जानकारी। सैंपल के कारोबार में 25 हाकर और चार होलसेलर जुड़े हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 20 May 2022 02:15 PM (IST)Updated: Fri, 20 May 2022 02:15 PM (IST)
Drug Supplier: आगरा के अवैध गोदाम से बरामद हुईं मप्र सरकार सप्लाई की दवाएं, इस तरह काम करता है नेटवर्क
पुलिस कस्टडी रिमांड पर सोनू ने दी दवाओं के अवैध कारोबार के नेटवर्क की जानकारी।

आगरा, जागरण संवाददाता। सैंपल की दवाओं का अवैध कारोबार करने वालों की जड़े बहुत गहरी हैं। पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए गोदाम मालिक साेनू अग्रवाल ने पूछताछ में कई राज उगले। साथ ही उसके गोदाम से सरकारी अस्पतालों में सप्लाई की दवाएं भी बरामद हुईं। ये दवाएं फार्मासिस्ट के माध्यम से यहां तक पहुंची थीं। इसके साथ ही बड़ी मात्रा में सैंपल की दवाएं बरामद हुई हैं।

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एसटीएफ ने 12 मई को ताजगंज क्षेत्र में दो स्थानों पर छापेमारी करके सैंपल की दवाओं के गोदाम पकड़े थे। बाग खिन्नी महल स्थित गोदाम से सैंपल की 69 बोरे दवाएं बरामद हुईं। गोदाम मालिक सोनू अग्रवाल को गिरफ्तार कर एसटीएफ ने जेल भेज दिया। शमसाबाद रोड पर राधा किशन धाम कालोनी में स्थित गोदाम को बंद कर दिया गया था। कोर्ट के आदेश पर ताजगंज पुलिस ने गुरुवार सुबह नौ बजे सोनू अग्रवाल को जेल से हिरासत में ले लिया। उससे ताजगंज थाने में पूछताछ की गई। इसके बाद 11.30 बजे उसे शमसाबाद रोड स्थित गोदाम पर ले जाया गया। गोदाम एक घर के दो कमरों में बना रखा था। यह घर सोनू के भाई प्रवीन अग्रवाल के साले कन्हैंया का था। गोदाम के ताले खोले गए तो बड़ी मात्रा में सैंपल की दवाएं निकलीं।गोदाम में मिली दवाओं से 43 बोरी भर गईं। इनमें 60 कंपनियों की 250 प्रकार की दवाएं निकलीं। सोनू ने बताया कि ये दवाएं महाराष्ट्र से यहां एमआर के माध्यम से पहुंचती थीं। एमआर दवाओं को कोरियर से यहां भेज देते थे। उनका आनलाइन पेमेंट कर दिया जाता था। सैंपल की दवाओं के साथ यहां सरकारी सप्लाई की दवाएं भी मिलीं।इनमें से एक हजार दवाएं बुखार और दर्द की और 800 एंटीबायोटिक थीं। ये दवाएं मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों की सप्लाई की थीं। सोनू ने बताया कि ये दवाएं फार्मासिस्ट के माध्यम से मिलती थीं। इन्हें भी वे बाजार में सस्ते दामों में बेच देते थे। सोनू अग्रवाल से पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे जेल में दाखिल कर दिया।

सैंपल के 25 हाकर और चार होलसेलर

सोनू अग्रवाल को पुलिस ने पीसीआर पर लेकर पूछताछ में पूरे नेटवर्क की जानकारी दी। उसने बताया कि सैंपल के कारोबार में 25 हाकर और चार होलसेलर जुड़े हैं। तमाम एमआर भी इस नेटवर्क में हैं। सोनू ने इन सभी के नंबर एसटीएफ को दे दिए हैं। एसटीएफ अब इन नंबरों के आधार पर नेटवर्क से जुड़े लोगों की जानकारी जुटा रही है। 


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