Double Murder: मलपुरा में देर रात मां- बेटियों को चाकू से गाेदकर मार डाला, एक बेटी की हालत गंभीर
Double Murder मलपुरा के धनौली में देर रात पति-पत्नी के बीच कलह के बाद हुई घटना। पत्नी पर दोनों बेटियों को चाकू मारने आैर पति पर पत्नी की हत्या का आरेाप।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा के नजदीक मलपुरा के धनौली में मां और दो बेटियों को मंगलवार देर रात चाकू से गोद दिया गया। मां और बड़ी बेटी की रात में ही मौत हो गई। छोटी बेटी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने फिलहाल महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया है। अभी मायके वालों के आने का इंतजार किया जा रहा है। ससुर ने पुलिस को दी प्राथमिक सूचना में महिला पर बेटियों को चाकू मारने और उसके पति पर महिला की हत्या का आरोप लगाया है।
मलपुरा के धनौली निवासी रामवीर राशन डीलर हैं। उनके बेटे वीरेंद्र की शादी साढ़े पांच वर्ष पहले टूंडला के राधे वाली गली निवासी गुंजन पुत्री पंचम सिंह से हुई थी। रामवीर के अनुसार, गुंजन दो माह से अपने मायके में रह रही थी। सोमवार को वह अपने बच्चों के साथ धनौली पहुंची। मंगलवार रात को गुंजन और वीरेंद्र के बीच अकेले रहने को लेकर विवाद हुआ। रात एक बजे इसी झगड़े में गुंजन ने सब्जी काटने वाला चाकू लेकर अपनी तीन वर्षीय बेटी सूर्यांशी और डेढ़ वर्षीय बेटी अंतरा को चाकू से गोद दिया। उनके गले को भी रेता। इसके बाद गुस्साए वीरेंद्र ने पत्नी को चाकू से गोद डाला। सूर्यांशी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि गुंजन ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। अंतरा का अभी गंभीर हालत में एसआर अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने रामवीर की सूचना पर थाने की जनरल डायरी में प्रथम सूचना अंकित कर ली है। अभी गुंजन के मायके वालों के आने का इंतजार किया जा रहा है। एसएसपी बबलू कुमार भी रात साढ़े तीन बजे मौके पर पहुंचे। फाेरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया। फोरेंसिक टीम ने मौके से नमूने जुटाए। फिलहाल पुलिस ने आरोपित पति वीरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। उससे घटनाक्रम के बारे में पूछताछ की जा रही है। घटना की चश्मदीद छोटी बेटी अंतरा अभी बोलने की स्थिति में नहीं है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि महिला और उसकी एक बेटी की हत्या हुई है। छोटी बेटी का अभी उपचार चल रहा है। गिरफ्तार किए गए महिला के पति से अभी घटना के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
बेड पर बैठा मिला पति, लहूलुहान फर्श पर पड़ी थीं मां - बेटी
ससुर रामवीर, सास, 2 शादीशुदा ननद, एक छोटी ननद, एक देवर घर में थे। मगर, वीरेंद्र के कमरे की अंदर से कुंडी बन्द थी। चीखपुकार पर ग्रामीण घर पर पहुंच गए। रामवीर छत पर थे। ग्रामीणों ने अंदर से कुन्डी खोलने का दबाव बनाया, लेकिन रामवीर ने घर का मामला कहते हुए उन्हें टरकाने की कोशिश की। ग्रामीण वीरेंद्र को बाहर निकालने पर अड़ गए। इसके बाद कुंडी खोली। ग्रामीणों को वीरेंद्र बेड पर बैठा मिला और लहूलुहान हालत में पत्नी और बेटियां फर्श पर पड़ी थीं।