TrumpVisitIndia: डोनाल्ड ट्रंप ने भी बनवाया था एक ताज, मेलानिया नहीं बल्कि किसी और मकसद से Agra News
न्यू जर्सी में वर्ष 1983 में ताज की तर्ज पर खूबसूरत स्मारक का निर्माण बिल्डर रिसोर्ट इंटरनेशनल ने शुरू किया था। ट्रंप कंपनी के अधिकांश शेयर खरीदकर इसके मालिक बने थे।
आगरा, निर्लोष कुमार। आगरा का ताजमहल तो शहंशाह शाहजहां ने बेगम मुमताज की याद में तामीर कराया था। डोनाल्ड ट्रंप भी एक ताजमहल तैयार करा चुके है। यह ताज उन्होंने पत्नी मेलानिया ट्रंप के लिए बल्कि व्यावसायिक मकसद से कराया था। ट्रंप के ताजमहल की दास्तां भी कम दिलचस्प नहीं।
अमेरिका के अटलांटिक सिटी, न्यू जर्सी में वर्ष 1983 में ताज की तर्ज पर खूबसूरत स्मारक का निर्माण बिल्डर रिसोर्ट इंटरनेशनल ने शुरू किया था। इसकी अनुमानित लागत 250 मिलियन अमेरिकी डॉलर आंकी गई थी। रिसोर्ट इंटरनेशनल के प्रमुख जेम्स क्रासबे इसका नाम यूनाइटेड स्टेटस होटल रखना चाहते थे। वर्ष 1986 में जेम्स की मौत होने से काम प्रभावित हुआ। तब डोनाल्ड ट्रंप 79 मिलियन अमेरिकन डॉलर में कंपनी के अधिकांश शेयर खरीदकर चेयरमैन बन गए। ट्रंप ने तब इसे ताजमहल का नाम दिया। इसके निर्माण को करीब 930 मिलियन डॉलर की आवश्यकता थी। ट्रंप ने होटल के शेयर बेचने का फैसला किया। इस होटल को गिफिन ने खरीद लिया।
कुछ समय के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने गिफिन से ताजमहल को दोबारा खरीद लिया। दो अप्रैल, 1990 को डोनाल्ड का यह कैसिनो बनकर पूरा हुआ। ये दुनिया का सबसे बड़ा कैसिनो था। इसका उद्घाटन भी स्वयं डोनाल्ड ट्रंप ने किया था। 10 अक्टूबर 2016 में आर्थिक हालात और यूएस फेडरेशन की पॉलिसी के चलते यह कैसिनो बंद हो गया। ये उस समय का सबसे मशहूर कैसिनो हुआ करता था। एक मार्च 2017 को सेमिनोल ट्राइब ऑफ फ्लोरिडा ने इस कैसिनो को हार्ड रॉक इंटरनेशनल ब्रांड के अंतर्गत दुबारा से खोला है। 15500 वर्ग मीटर में बने होटल में 1971 कमरे हैं।
गुंबदनुमा डिजायन
डोनाल्ड ट्रंप के ताजमहल कैसिनो रिजाॅॅर्ट को बनाया अत्याधुनिक ढंग से है लेकिन इसके प्रवेश द्वार पर गुंबदनुमा आकृति बनाई गई हैं। इन पर नीले और महरून रंग का पेंट है। इसी तरह रिजॉर्ट की इमारत पर ऐसा ही डिजायन दिया गया है। जिस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूएस की यात्रा पर गए थे, उस समय भी यह रिजॉर्ट चर्चाओं में आया था।
ये है हिंदुस्तान का ताज
हिंदुस्तान में बना ताजमहल मुग़ल वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। इसकी वास्तु शैली फ़ारसी, तुर्की, भारतीय और इस्लामी वास्तुकला को एक बेजोड़ मिश्रण है। सन् 1983 में ताजमहल को यूूूूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया। साथ ही यह दुनिया के सात आश्चर्यों में भी शामिल हुआ। ताजमहल को भारत की इस्लामी कला का रत्न भी घोषित किया गया है। ताजमहल इमारत समूह की संरचना की खास बात है कि यह पूर्णतया सममितीय है। इसका निर्माण सन् 1648 के लगभग पूर्ण हुआ था।