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Dispute on Cremation: बसपा सुप्रीमो के ट्ववीट के बाद मामले ने पकड़ा राजनीतिक तूल, सवर्णों ने चिता से उठवा दी थी लाश

Dispute on Cremationरायभा में 21 जुलाई को सवर्णों ने नट समाज की महिला की चिता से उठवा दी थी लाश। पुलिस ने 25 को पाबंद।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Wed, 29 Jul 2020 12:59 PM (IST)Updated: Wed, 29 Jul 2020 12:59 PM (IST)
Dispute on Cremation: बसपा सुप्रीमो के ट्ववीट के बाद मामले ने पकड़ा राजनीतिक तूल, सवर्णों ने चिता से उठवा दी थी लाश
Dispute on Cremation: बसपा सुप्रीमो के ट्ववीट के बाद मामले ने पकड़ा राजनीतिक तूल, सवर्णों ने चिता से उठवा दी थी लाश

आगरा, जागरण संवाददाता। अछनेरा के रायभा में नट समाज की महिला के शव को श्मशान घाट में सवर्णों द्वारा चिता से उठवाने के मामले ने मंगलवार को बसपा सुप्रीमो के ट्ववीट के बाद राजनीतिक तूल पकड़ने लगा है।मंगलवार को यह मामला माइक्रो ब्लॉगिंग साइट और सोशल मीडिया में छाया रहा। मामले में पुलिस- प्रशासन द्वारा सोमवार को 25 लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पाबंद किया गया है। वहीं घटना के बाद से गांव में तनाव भरा माहौल है। 

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रायभा में 20 जुलाई को नट समाज की महिला पूजा (26 वर्ष) पत्नी राहुल की बीमारी से मौत हो गयी थी। अगले दिन समाज के लोग गांव के बाहर श्मशान घाट पर उसका अंतिम संस्कार करने ले गए थे। वहां पर सवर्ण समाज के कुछ दबंग लोगों ने विराेध किया। उन्होने श्मशान घाट को उच्च जाति का बताते हुए महिला का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया। विरोध के चलते समाज के लोगों ने पूजा का अंतिम संस्कार रायभा से पांच किलोमीटर दूर नगला लालदास के श्मशान घाट में जाकर किया। घटना की जानकारी होने पर पुलिस भी पहुंची, लेकिन उसने चिता से शव उठवाने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।

इस बीच महिला का शव चिता से उठवाने का मामला सोशल मीडिया में वायरल हो गया। एसएसपी बबलू कुमार के निर्देश पर सीओ अछनेरा बीएस वीर कुमार के नेतृत्व में जांच कमेटी बनायी गयी। इसके बाद पुलिस ने सोमवार को मामले में 25 लोगों के खिलाफ 107/116 कार्रवाई की है। मंगलवार को इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा ट्ववीट के माध्यम से घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को सख्त सजा और उच्चस्तरीय जांच की मांग की। इसके बाद से मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया।

कुछ बोलने से बच रहे दोनों ही समाज के लोगों

गांव में 21 जुलाई को हुए घटनाक्रम के बाद से तनाव भरी स्थिति है। दोनों समाज के लोग मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं। गांव में नट समाज के लगभग दो दर्जन परिवार रहते हैं। मंगलवार को बसपा सुप्रीमो के ट्ववीट के बाद भी समाज के लोगों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। उधर, मामला राजनीतिक तूल पकड़ने के चलते सवर्ण समाज के लोग भी कुछ कार्रवाई के डर से चुप हैं।

भारी मुचलके से होंगे पाबंद

एसपी ग्रामीण पश्चिमी रवि कुमार ने बताया मृतका के स्वजनों की ओर से मामले में कोई तहरीर नहीं दी गयी है। पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सीओ को जांच के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मामले में 25 लोगों के खिलाफ 107/116 कार्रवाई की गयी है। उनकी चालानी रिपोर्ट प्रशासन काे भेजी जा रही है। सभी को भारी मुचलके से पाबंद किया जाएगा। 


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