बांकेबिहारी मंदिर में गोस्वामी व गार्ड में चले लात-घूंसे, ये रहा कारण Agra News
वीआइपी कटहरे में श्रद्धालु की रसीद कटवाने को लेकर हुआ झगड़ा।
आगरा, जेएनएन। ठा. बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं में वीआइपी बनने की ललक झगड़े का बड़ा कारण बनती जा रही है। मंदिर सेवायत अपने यजमानों को वीआइपी कटहरे में दर्शन करवाने की इच्छा रखते हैं। जबकि कटहरे पर तैनात गार्ड सेवायतों की इस मनमानी का विरोध करते हैं। शनिवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे मंदिर सेवायत गांधी गोस्वामी अपने यजमानों को लेकर वीआइपी कटहरे में दर्शन करवाने के लिए पहुंचे। वहां तैनात गार्ड प्रेम सिंह ने सेवायत से यजमान की रसीद देखने के लिए मांग ली। बस यहीं से झगड़ा शुरू हो गया। सेवायत ने गार्ड को रसीद नहीं दिखाई तो गार्ड ने सेवायत समेत यजमान को भी कटहरे में प्रवेश से रोक दिया। आपसी तू-तू मैं मैं से बात हाथापाई तक जा पहुंची। देखते ही देखते सेवायत और गार्ड में जमकर लात-घूंसे चलने शुरू हो गए। सेवायत और गार्ड के बीच हुए झगड़े को देख मंदिर में दर्शन कर रहे श्रद्धालु सहम गए। मौके पर मौजूद पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ।
वीआइपी कटहरे पर ही नजर रहती है गार्डों की
मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए तैनात किए गए निजी सुरक्षागार्डों का झुंड केवल वीआइपी कटहरे पर ही नजर आता है। जबकि मंदिर के दूसरे क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने में कोताही बरतते हैं। इतना ही नहीं मंदिर में ठाकुरजी के फोटो लेने पर पूरी तरह पाबंदी है। बावजूद इसके श्रद्धालु आराध्य के दर्शन के फोटो अपने मोबाइल से लेकर वायरल कर रहे हैं। इस पर सुरक्षा गार्ड की नजर नहीं पड़ती।
कहते हैं प्रबंधक
प्रबंधक उमेश सारस्वत ने कहा वीआइपी कटहरे में बिना रसीद कटवाए किसी को प्रवेश नहीं दिया जाता। गोस्वामी जबरदस्ती कर रहे थे। जिसका विरोध ही गार्ड ने किया। मारपीट के आरोप बेबुनियाद हैं।