Family Counselling: आगरा में जर्जर मकान ने दंपती मे कराई रार, मरम्मत के वादे पर लौटी पत्नी
Family Counselling खारे पानी से जर्जर हो गया था प्लास्टर। दीवारों में आ गई थी सीलन। तीन साल से पत्नी की बात अनसुनी करने पर पुलिस तक पहुंचा मामला। मामला कोतवाली इलाके का है। दंपती की शादी करीब 15 साल पहले हुई थी। तीन तीन बच्चे हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। खारे पानी के चलते घर का प्लास्टर गिरने से मकान जर्जर हो गया। दीवारों में सीलन आने से उसमें रहना दूभर हो गया था। तीन साल से मकान की मरम्मत कराने की कह रही पत्नी की बात न मानने पर वह नाराज होकर मायके चली गई। पुलिस में शिकायत करने पर दोनों को काउंसिलिंग के लिए परिवार परामर्श केंद्र भेज दिया गया। यहां पर पति द्वारा जल्दी ही मकान की मरम्मत का वादा करने पर पत्नी घर लौटने को राजी हुई।
मामला कोतवाली इलाके का है। दंपती की शादी करीब 15 साल पहले हुई थी। तीन तीन बच्चे हैं। रविवार को काउंसिलिंग के पुलिस लाइन पहुंची पत्नी ने बताया कि तीन मंजिला मकान के बीच वाले हिस्से में वह रहते हैं। खारे पानी की समस्या के चलते मकान का प्लास्टर गिर गया है। पति से कई साल से पति से वह मकान की मरम्मत कराने की कह रही है। मगर, पति उसकी बात नहीं सुन रहा था।दो महीने से दीवारों में आई सीलन के चलते उसका और बच्चों का रहना मुश्किल हो गया है। पति ने जब इस बार भी उसकी बात नहीं मानी तो वह मायके आ गई। वहीं पति का कहना था कि वह मकान की मरम्मत कराने से मना नहीं कर रहा है। मगर, उसे थोड़ा समय चाहिए। पति ने काउंसलर के सामने दो महीने में मकान सही कराने का वादा किया। इसके बाद पत्नी उसके साथ घर चलने को तैयार हो गई।
सात दंपती आए, दो में सुलह
परिवार परामर्श केेंद्र में रविवार को सात दंपती काउंसिलिंग के लिए आए थे। कांउसलर के समझाने पर दो में राजीनामा हो गया। परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी कमर सुल्ताना ने बताया कि 40 दंपतियों को काल किया गया था। इनमें 27 मामलों में एक पक्ष ही उपस्थित हुआ। जबकि पांच दंपतियों में कोई फैसला न होने पर उन्हें दोबारा काउंसिलिंग के बुलाया गया है। जबकि 15 मामलों में आए पति या पत्नी की ओर से एक पक्ष ने अन्य कारणों से अपनी फाइल निस्तारित कराई। वहीं 12 जोड़ों में आए एक पक्ष को अगली तारीख पर बुलाया है।