पुलिस के मददगार साबित हो रहे अब सोशल मीडिया के ये सिपाही Agra News
अयोध्या विवाद पर फैसले के बाद सौहार्द बरकरार रखने में निभाई भूमिका। सीओ और थानाध्यक्ष ग्रुप एडमिन मनचलों की भी देंगे जानकारी।
आगरा, जागरण संवाददाता। मुखबिरों और सर्विलांस की मदद से अराजक तत्वों पर नजर रखने वाली पुलिस के लिए अब डिजीटल वॉलंटियर भी मददगार साबित हो रहे हैं। वे अफवाहों पर अंकुश लगाने के साथ ही पुलिस से अहम जानकारी साझा करेंगे। स्कूल-कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों के आसपास जुटने वाले मनचलों की जानकारी भी पुलिस को देंगे।
अयोध्या विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद जिले में सौहार्द को बनाए रखने में डिजिटल वॉलंटियर ने भी अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद डिजीटल वॉलिंटियर की अहमियत बढ़ गई है।
प्रत्येक थाने मे डिजीटल वॉलिंटियर का वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है। इसकी मुख्य कमान थानाध्यक्ष और सीओ पर होगी, वही ग्रुप के एडमिन होंगे। इसमें अपर पुलिस अधीक्षक और मीडिया सेल के सीयूजी नंबरों को भी जोड़ा गया है। इसके अलावा प्रत्येक थाने ने अपने इलाके के प्रमुख व्यक्तियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं आदि को ग्रुप से जोड़ा है।
स्थानीय स्तर पर किसी भी अफवाह के फैलने पर या पुलिस का अपना पक्ष रखने के लिए भी यह ग्रुप काम करेगा। मीडिया सेल सभी थानों के वाट्सएप ग्रुप में सही सूचनाओं से लोगों को अवगत कराएगा। डिजीटल वॉलिंटियर की भूमिका अफवाहों पर अंकुश लगाने में प्रमुख होगी। वह अफवाहों को फैलाने वालों के बारे में पुलिस को जानकारी देंगे। सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों (फेसबुक, वाट्सएप ग्रुप, ट्विटर) से लोगों को सही तथ्यों से अवगत कराते हुए अफवाहों का खंडन करेंगे।
डिजीटल वॉलिंटियर मनचलों पर भी प्रभावी कार्रवाई में अहम भूमिका निभाएंगे। अपने इलाके के स्कूल-कॉलेजों के बाहर जुटने वाले मनचलों के बारे में पुलिस को जानकारी देंगे। इसके साथ ही सांप्रदायिक समस्या होने पर दोनों पक्ष से बातचीत करके इसे सुलझाने में पुलिस की मदद करेंगे।
वॉलिंटियर को फूल देकर किया सम्मानित
लोहामंडी थाने पर सोमवार को इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा ने डिजीटल वॉलिंटियर को फूल देकर सम्मानित किया। सर्वोच्च न्यायालय का अयोध्या विवाद में फैसला आने के बाद शांति-व्यवस्था एवं सौहार्द बरकरार रखने में इन डिजीटल वॉलिंटियर की अहम भूमिका थी। उन्होंने सभी त्योहारों को सकुशल संपन्न कराने में भी पुलिस की मदद की।