DG Vigilance बोले, कोई रिश्वत मांगे तो हमे बताएं, भ्रष्टाचारी को रंगे हाथ पकड़ेंगे
डीजी विजिलेंस पीवी रामाशास्त्री ने आगरा में अधीनस्थों के साथ की समीक्षा बैठक। हर सेक्टर को विजिलेंस थाने का दर्जा मिलने से अब सीधे दर्ज होगा भ्रष्टाचार का मुकदमा।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोई रिश्वत मांगे तो हमें बताएं, भ्रष्टाचारी को रंगे हाथ पकड़ेंगे और सजा दिलाएंगे ।भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के प्रति चुप रहना सही नहीं है ।जो आज मेरे साथ हो सकता है, कल दूसरे के साथ और परसों किसी तीसरे के साथ हो सकता है। अगर कहीं भी ऐसा होता है तो जनता या पीड़ित विजिलेंस के हेल्पलाइन नंबर इसकी शिकायत जरूर करे। सोमवार को आगरा पहुंचे डीजी विजिलेंस पीवी रामाशास्त्री ने आम जनता को यह संदेश दिया।
डीजी सोमवार की सुबह 10:15 बजे क्षेत्रीय सतर्कता अधिष्ठान कार्यालय पहुंचे। उन्होंने क्षेत्रीय कार्यालय में खुले विजिलेंस थाने का भी निरीक्षण किया। विजिलेंस वर्तमान में वर्तमान में आगरा-अलीगढ़ मंडल में आने वाले आठ जिलों के विभिन्न विभागों के भ्रष्टाचार के मामलों की 46 शिकायतें हैं। जिनकी बंद और गोपनीय जांच चल रही है । डीजी विजिलेंस ने इन जांचों की प्रगति की समीक्षा की। विवेचकों ने इन जांचों में अब तक क्या साक्ष्य जुटाए, इसके बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने विवेचना और साक्ष्याें के संकलन में आने वाली दिक्कतों के बारे में भी पूछा। अधीनस्थों ने डीजी को बताया कि कुछ विभागों द्वारा समय पर दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराने की शिकायत की। जिससे साक्ष्य संकलन के साथ ही जांच को पूरा करने में भी देरी होती है ।इस पर डीजी ने संबंधित विभागों के उच्च अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराने की कहा ।
डीजी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 13 विजिलेंस सेक्टर हैं, सभी को अब थाने का दर्जा दिया दिया गया है ।इसमें भ्रष्टाचार की विचेचना के बाद अब सीधे मुकदमा दर्ज किया जाएगा ।विवेचक को मुकदमा दर्ज कराने के लिए अब संबंधित जिले नहीं जाना पड़ेगा ।उन्होने भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए मुख्यालय द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर आने वाले शिकायतों के बारे में अधीनस्थों से जानकारी ली ।डीजी आगरा सेक्टर द्वारा की गयी जांचों और विवेचनाओं के निस्तारण से संतुष्ट दिखे ।
एक-एक विवेचक से बातचीत और समीक्षा
डीजी विजिलेंस करीब पांच घंटे तक कार्यालय में रहे । इसी दौरान उन्होंने प्रत्येक विवेचक को बुलाकर उसके द्वारा की जा रही जांचों की प्रगति के बारे में जानकारी ली ।आगरा विजिलेंस में एक सीओ और 11 निरीक्षक हैं ।डीजी ने इन सभी से विस्तृत बातचीत की ।
चार्जशीट के बाद पैरवी कर आरोपितों को सजा दिलाने पर भी जाेर
डीजी ने विवेचकों से भ्रष्टाचार के मुकदमों में आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट के बाद उन्हें सजा दिलाने के लिए मजबूत पैरवी पर भी जोर दिया ।विजिलेंस द्वारा चार्जशीट के बाद अधिकांश आरोपितों को अदालत से सजा मिली है ।