भक्तों ने तीर्थ बटेश्वर की लगाई सप्तकोसी परिक्रमा
कोरोना की वजह से छह माह बाद लगाई परिक्रमा हर-हर महादेव और राधा-कृष्ण के जयकारों से गूंजा परिक्रमा मार्ग
जेएनएन, आगरा। राधे कृष्णा के जयकारों के साथ भक्तों ने बटेश्वर में सप्तकोसी परिक्रमा लगाई। इस दौरान परिक्रमा मार्ग हर-हर महादेव और राधा कृष्ण के जयकारों से गूंज उठा।
मंगलवार को एकादशी पर्व पर साधु संत और भक्तों ने तीर्थ बटेश्वर में सप्तकोसी परिक्रमा लगाई। परिक्रमा यमुना नदी से आचमन लेने के साथ शुरू हुई, जो मुख्य मंदिर से होती हुई शौरीपुर, वनखंडेश्वर महादेव मंदिर, मनमथ होती हुई बाबा सियाराम दास के आश्रम पर संपन्न हुई। इस दौरान परिक्रमा मार्ग में शिव और राधे-कृष्ण के जयकारे गूंजते रहे। बाबा सियाराम दास ने कहा कि कोरोना की वजह से भक्तों के लिए मंदिर नहीं खुले हैं। शासन-प्रशासन को धार्मिक स्थल खोलने के लिए नई गाइड लाइन बनाकर मंदिर खुलवाने चाहिए। तीर्थ बटेश्वर में भक्त हर माह की एकादशी को सप्तकोसी परिक्रमा लगाते हैं, लेकिन कोरोना की वजह पिछले छह महीने से परिक्रमा बंद थी। भोले गिरि, विजयपाल गोस्वामी, राम कैलाश, शंकर बौहरे, गोलू वर्मा, विनोद, भूपेंद्र आदि श्रद्धालुओं ने परिक्रमा लगाई।