विकास ने रोकी ताजनगरी की रफ्तार, 2017 के कार्य अब पूरे नहीं Agra News
वर्ष 2017 तक पूरा होना था हाईवे के चौड़ीकरण का काम। दस बार बदली जा चुकी है काम पूरा होने की तिथि। दो साल से अधर मेे लटका इंडस्ट्रियल एरिया आरओबी।
आगरा, जागरण संवाददाता। शहर में पिछले 5 वर्षो से चल रहे विकास कार्यो ने हाईवे की रफ्तार को रोक दिया है। हाईवे के चौड़ीकरण की निर्धारित समय सीमा के दो वर्ष गुजर जाने के बाद भी हाईवे के चौड़ीकरण का काम पूरा नहीं हो सका है। एनएचएआई के अफसरों की मानें तो शहर में 2020 में काम पूरा कर लिया जाएगा। हाईवे पर चौड़ीकरण का काम बारिश के चलते रोक दिया गया था। ऐसा ही इंडस्ट्रियल एरिया के गेट नंबर 503 पर निर्माणाधीन आरओबी के निर्माण कार्य में हो रहा है। दो साल पहले यह आरओबी बन जाना चाहिए था पर अभी तक नही बन पाया है।
हाईवे चौड़ीकरण पर एक नजर
हाईवे चौड़ीकरण में एनएचएआई के अफसरों की उदासीनता लोगों पर भारी पड़ रही है। एनएच-2 को 360 किमी का चौड़ीकरण किया जाना है। मौजूदा समय में 345 किमी का चौड़ीकरण ही हो सका है। तकरीबन 2000 करोड़ से ज्यादा की लागत से हो रहे चौड़ीकरण का काम 2012 में शुरु किया गया था। वर्ष 2014 में शहर में काम शुरु किया गया। इसमें खंदारी, वाटर वक्र्स, सुल्तानगंज की पुलिया फ्लाईओवर का निर्माण, सिकंदरा सब्जी मंडी फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पिछले कई वर्षो से चल रहा है। 21 करोड़ की लागत से बन रहे फ्लाईओवर को जून 2019 तक पूरा किया जाना था। जो अभी तक पूरा नहीं हो सका है। हाईवे चौड़ीकरण के काम को 2017 तक पूरा किया जाना था। लेकिन फ्लाईओवर समेत हाईवे चौड़ीकरण के काम को 2017 तक पूरा किया जाना था। अब तक दस बार निर्माण तिथि को आगे बढ़ाया जा चुका है। सिकंदरा सब्जी मंडी के सामने निर्माणाधीन ओवर ब्रिज की एक लेन शुरू कर दी गई पर दूसरी लेन अभी तक शुरू नहीं की गई। 15 दिन पहले कहा गया कि तारकोल न मिलने के कारण यह कार्य नहीं हो पाया है। इस बात को 15 दिन हो गए पर अभी तक दूसरी लेन शुरू नही हो पाई है। सिकंदरा से बेस्ट प्राइज की ओर आते समय मधु रेस्टोरेंट के पहले सड़क में इतने गढ्डे हो गए हैं, कि स्पीड से आते वाहन वहां थम जाते हैं, इसके कारण भी जाम लगा रहता है।
इंडस्ट्रियल एरिया के गेट नंबर 504 पर वर्ष 2015 में निर्माण कार्य शुरू हुआ। आरओबी मार्च 2016 तक बनकर तैयार होना था पर अभी तक सेतु निगम को शासन से पैसा न मिलने के कारण यह निर्माण पूरा नही हो पाया है। रेलवे अपने हिस्से का कार्य कर चुका है पर सेतु निगम इस आरओबी को पूरा नही कर रहा है, ऐसे में हजारों लोगों को रास्ता बदलकर जाना अपने गंतव्य को जाना पड़ रहा हैं।