बिहारी जी के दर्शन कर ब्रज धाम के विकास की कर रहे डिप्टी सीएम समीक्षा Agra News
मथुरा में समीक्षा बैठक से पूर्व डिप्टी सीएम केशव प्रसाद पहुंचे बांके बिहारी जी की शरण में। बैठक के बाद रवाना होंगे बरसाना।
आगरा, जेएनएन। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रविवार को मथुरा में जिले के विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान खुश नजर आए तो अपने ही विभाग के अफसरों की लापरवाही पर लाल-पीले भी खूब हुए। जिले को दो नई सौगात दे गए तो यमुना पुल के क्षतिग्रस्त होने पर तत्कालीन अफसरों पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए। राजनीतिक सवालों का जवाब भी खूब दिया,दिग्गी राजा से लेकर शबाना आजमी तक पर तंज कसा। कहा कि राम मंदिर तो बनकर रहेगा।
लोक निर्माण भवन के गेस्ट हाउस में 691 करोड़ की 18 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद पत्रकारों से वार्ता में डिप्टी सीएम ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर कट से पागल बाबा मंदिर तक यमुना पर पुल और फोर लेन की डीपीआर बनाने के आदेश दिए गए हैं। गोवर्धन से बरसाना तक बनने वाले फोरलेन के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की गई है। मथुरा-गोवर्धन और कोसी-बरसाना सड़क की आपत्तियों का समाधान निकाल लिया गया है। कहा कि गांव और शहर में बेहतर सड़कें बनाई जा रही हैं। जल निगम, ङ्क्षसचाई विभाग और लोनिवि आपस मेें समन्वय से सड़क निर्माण पर कार्य करेंगे जिससे कहीं जलभराव न हो और सड़कें टूटें। यमुना पर नए पुल के क्षतिग्रस्त होने पर उन्होंने तत्कालीन परियोजना के चीफ और प्रोजेक्ट मैनेजर पर कार्रवाई के आदेश दिए। योजनाओं के एनजीटी और कोर्ट में फंसने पर डिप्टी सीएम ने कहा कि किसी को उजाडऩा हमारा लक्ष्य नहीं होता है, एनजीटी और कोर्ट के निर्देशों के चलते दिक्कतें आ जाती हैं। किसी परियोजना में धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी।
मॉब लिचिंग और बोलने की अभिव्यक्ति पर दिग्विजय सिंह और शबाना आजमी के बयानों पर उन्होंने कहा कि जिसे देश की जनता ने जनादेश दिया हो, उन्हें कुछ भी बोलने से पहले सोचना चाहिए। दिग्विजय ङ्क्षसह यदि अब भी जनादेश नहीं समझे हैं तो अगली बार फिर जनता समझा देगी। उन्हें तो मिर्ची हवन कराना चाहिए। पिछड़ी जातियों को आरक्षण के सवाल पर कहा कि यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। राम मंदिर निर्माण पर कहा कि मंदिर तो बनकर रहेगा। सांसद कठेरिया के मारपीट संबंधी सवाल को यह कहकर टाल गए कि कानून अपना काम करेगा।
कलक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ बैठक करने से पूर्व वे वृंदावन बांके बिहारी जी के दर्शन के लिए पहुंचे। यहां विधि विधान से पूजन करने के बाद वे बैठक में शामिल हुए।