Weather Update: संभलकर चलें हाईवे पर, विजिबिलिटी 0 @ 8.30 AM Agra News
घने कोहरे से लिपटी रही शनिवार की सुबह। चंद कदम की दूरी पर भी नहीं दिख रहा कुछ। पानी की तरह टपकती रही ओस।
आगरा, जागरण संवाददाता। सर्दी के इस पूरे सीजन में सबसे ज्यादा घना कोहरा शनिवार को रहा है, वह भी तब जब सर्दी की विदाई की बेला नजदीक है। यदि बाहर कहीं की यात्रा करनी है तो बेहतर यही होगा कि कुछ घंटों के लिए उसे टाल दें। सुबह आठ बजे तक दृश्यता शून्य रही। हाईवे पर चंद कदम की दूरी पर भी कुछ नजर नहीं आ रहा है। शहर के बीच की यह स्थिति थी, यमुना एक्सप्रेस वे और आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर तो स्थिति और बुरी है। यहां चलने वाले वाहनों ने सड़क किनारे अपने वाहन खड़े कर लिए हैं। इक्का-दुक्का वाहन ही पार्किंग लाइट जलाकर एक्सप्रेस वे पर चल रहे हैं। हालांकि सुबह की जो स्थिति है, उसे देख अंदाजा यही लगाया जा रहा है कि आज सूर्यदेवता के दर्शन मुश्किल ही होंगे और कोहरा दिनभर छाया रह सकता है।
दो दिन की जोरदार बरिश के बाद शनिवार सुबह ताजनगरी में दृश्यता शून्य जैसी स्थिति है। सुबह ताजमहल देखने पहुंचे पर्यटकों को ताजमहल कोहरे में गायब मिला। रेड प्लेटफार्म के आगे कुछ नजर नहीं आ रहा था। विदेशी पर्यटकों ने तो इस नजारे के भी मजे लिए। धुंध में खूब फोटोग्राफ्स खीचे गए। कोहरे और ओस का आलम यह था कि पेड़ों से पानी की बूंदों टपक रही थी। शहर की सड़कों से लेकर आगरा-मथुरा हाईवे पर वाहन रेंग-रेंग कर चल रहे थे।
तापमान में भी आई गिरावट
ये जाती हुई सर्दी का पलटवार है। बारिश के बाद अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। शुक्रवार को दिनभर बादल छाए रहने की वजह से पारा छह डिग्री सेल्सियस लुढ़क गया। अधिकतम तापमान 16.1 और न्यूनतम तापमान 13.9 डिग्री आंका गया। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच अंतर कम रह जाने के चलते कोल्ड डे जैसी कंडीशन बनी हुई है। शनिवार को भी तापमान में गिरावट आने के आसार हैं। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि रविवार को न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
ठिठुुुरते हुए गए बच्चे स्कूल
शीतलहर के चलते राजधानी लखनऊ समेत अन्य शहरों में जिला प्रशासन ने स्कूलों का अवकाश घोषित कर दिया है। आगरा में जिला प्रशासन ने इस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया है। बारिश को लेकर प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया और एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए। लेकिन स्कूल बंद करने के बाबत कोई दिशा-निर्देश नहीं आए। ऐसे में गुरुवार और शुक्रवार के बाद शनिवार को सुबह भी बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल गए। इधर कुछ स्कूलों में इन दिनों टेस्ट चल रहे हैं। अभिभावक असमंजस की स्थिति में रहे कि बच्चों को स्कूल भेजें या नहीं। शुक्रवार शाम को भी दैनिक जागरण कार्यालय में फोन आते रहे और अभिभावक छुट्टी के बारे में जानकारी मांगते रहे।