सियासी वादों तक सीमित रही एयर कनेक्टिविटी, अब होगा नेताओं का बहिष्कार
न इंटरनेशनल एयरपोर्ट मिला और न ही बढ़ी उड़ानों की संख्या। नेताओं का बहिष्कार कर उन्हें याद दिलाए जाएंगे पुराने वायदे।
आगरा, (जासं): आगरा में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने को लेकर सिर्फ सियासी वादे और दावे हुए। असल में उड़ान अब तक आगरा को न मिली। एयरपोर्ट का मसला भी अटका पड़ा है। इन दोनों मुद्दों को लेकर लगातार प्रयासरत सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा अब नेताओं के बहिष्कार की राह पर चलेगी। सोसाइटी ने इसे लेकर रणनीति तैयार की है।
होटल द केएस रॉयल में पत्रकारों से मुखातिब सोसाइटी के सचिव अनिल शर्मा ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा को इंटरनेशनल एयरपोर्ट देने की बात कही थी। लेकिन अब इंटरनेशनल एयरपोर्ट तो दूर, 2012 से प्रस्तावित सिविल एन्क्लेव तक बनाने को भी तैयार नहीं दिखता। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वह किसी भी दल के उन प्रचारक, मंत्री और मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार करें, जो आगरा आने-जाने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते हों। किसान भी 2019 के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक कार्यक्रमों में आने वाले विशिष्ट लोगों के हेलीकॉप्टर उतारने के लिए हेलीपैड बनाने को अपनी जमीन न दें। यही नहीं ऐसे नेताओं की सभाओं का भी बहिष्कार करें। सिविल सोसाइटी एयरपोर्ट के लिए अपने सत्याग्रह की सूचना मुख्य चुनाव आयुक्त, राज्य निर्वाचन आयुक्त, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष को भी भेजेगी। उन्होंने कहा कि सरकार न तो सिविल एन्क्लेव ही बना सकी और न ही इलाहाबाद आवागमन की जरूरत को वहां के लिए फ्लाइट की व्यवस्था की जा सकी। पत्रकार वार्ता में डॉ. ब्रजेश चंद्र, राजीव सक्सेना, अभिनय प्रसाद, शिल्पा दीक्षित शर्मा मौजूद रहे।