मेव गैंग से मुठभेड़ में घायल बेगुनाह युवक की मौत, SI की हालत गंभीर Agra News
पुलिस और बदमाशों के बीच हुई फायरिंग में लगी थी राहगीर युवक को गोली। नोएडा में चल रहा सब इंस्पेक्टर का उपचार। पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ कराई रिपोर्ट।
आगरा, जेएनएन। सिरोली गांव के जंगल में मंगलवार रात को मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल राहगीर युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई। बदमाशों की गोली से घायल सब इंस्पेक्टर की हालत गंभीर होने पर नोएडा रेफर किया गया है। पुलिस ने छह सात अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस की आधा दर्जन टीमें मथुरा समेत राजस्थान और हरियाणा में दबिश दे रही हैं।
कोसीकलां थाने की शाहपुर चौकी एरिया के सिरोली गांव के जंगल में पुलिस और हथियारों की तस्करी में संलिप्त मेव गैंग के गिरोह के बीच मंगलवार को फायरिंग हुईं थी। फायरिंग में कोसीकलां थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर अजय अवाना जांघ में गोली लगने से घायल हो गए थे। गांव हताना निवासी राहगीर अमर सिंह के पेट में भी गोली लग गई। रात एक बजे अमर सिंह ने दम तोड़ दिया। बुधवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच युवक का पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस फोर्स की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया। इंस्पेक्टर कोसीकलां दुर्गेश कुमार ने बताया कि एसआइ को नोएडा में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर है। एसआइ सिंहराज ने छह सात अज्ञात बदमाशों के खिलाफ रिपोर्ट कराई है। पुलिस की छह टीमें बदमाशों की तलाश कर रही हैं। मंगलवार रात पुलिस टीमों ने कोसीकलां थाना क्षेत्र के गांव उटावर, सिरौली, नगला और विशंभरा में दबिश दी, जबकि राजस्थान के जुरहारा और हरियाणा के थाना नूंह, उटावड़ और मेवात इलाके में दबिश दी। कोई भी संदिग्ध पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका। एसपी क्राइम राधेश्याम ने बताया कि कुछ नाम जो प्रकाश में आए हैं, उनकी तस्दीक की जा रही है।
भैंस खरीदने के लिए निकला, मौत सामने आ गई
पुलिस और बदमाशों के बीच फायरिंग के दो पाटों में पिसा राहगीर हताना निवासी युवक अमर सिंह घर से भैंस खरीदने की बात कहकर सुबह करीब नौ बजे निकला था। जीएनएम का डिप्लोमा करने के बाद अमर सिंह ने गांव फालैन में अपना क्लीनिक खोल लिया था। अमर सिंह के भाई वीरपाल ने बताया कि उन्हें मंगलवार शाम भाई को गोली लगने की सूचना मिली।
केडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे बड़े भाई बालकिशन, जीजा हुकम सिंह, पत्नी पूनम जब अमर सिंह से मिलने गए तब वह बेहोशी की हालत में थे। ऑक्सीजन लगे होने से वह बोल नहीं पा रहे थे। भाई वीरपाल ने बताया कि अमर को कहां, कब और कैसे गोली लगी, इसकी उनको कोई जानकारी नहीं है। वह तो घटनास्थल पर नहीं थे। पुलिस प्रशासन जो बता रहा है, वही उनको पता है। अमर सिंह की छह वर्षीय बेटी हर्षिता और चार साल का बेटा है। अमर सिंह और उसका भाई वीरपाल का संयुक्त परिवार है, जबकि उसके दो बड़े भाई अलग रहते हैं। सभी खेती-बाड़ी करते हैं।
बेसुध पत्नी, बच्चे पुकारते रहे पापा-पापा
अमर सिंह के घर आंगन में बुधवार को बच्चों की किलकारी नहीं गूंज रही थी। छह साल की हर्षिता और चार साल का भविष्य अपनी मां पूनम की तरफ देख पापा-पापा पुकारते रहे। पुलिस और बदमाशों के बीच हुई फायरिंग में अमर सिंह की गोली लगने से मौत हो गई थी। पूनम बेसुध रहीं। दोपहर बाद पुलिस अमर सिंह के शव को लेकर गांव पहुंची तो स्वजन के संग पास-पड़ोसी भी बिलख उठे। एक परिवार का कमेरा खो जाने का गम उनके चेहरे से साफ झलक रहा था। पलवल के गांव जटौल से सात साल पहले अमर सिंह की शादी हुई थी। भाई बालकिशन और पिता नवल सिंह कह रहे थे कि ईश्वर को यही मंजूर था।