Move to Jagran APP

एक बंदर बना जान का दुश्मन और तमाशा देखते रहे राहगीर

तेज गति से जा रही बाइक के सामने आ गया था अचानक बंदर। लोगों ने नहीं की मदद और बनाते रहे वीडियो। हेलमेट न पहनना भी बना मौत का कारण।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Mon, 08 Oct 2018 05:55 PM (IST)Updated: Mon, 08 Oct 2018 05:55 PM (IST)
एक बंदर बना जान का दुश्मन और तमाशा देखते रहे राहगीर
एक बंदर बना जान का दुश्मन और तमाशा देखते रहे राहगीर

 आगरा [जेएनएन]: शहर में बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब तक लोगों को घायल करने वाले बंदर अब लोगों की मौत का कारण बनते जा रहे हैं। एमजी रोड पर सोमवार को बंदर एक व्यक्ति की मौत का कारण बन गया। श्री क्षेत्र बजाज कमेटी कार्यालय के सामने बंदर की वजह से एक बाइक सवार की मौत हो गई। मऊ रोड, खंदारी निवासी 35 वर्षीय शैलेन्द्र प्रताप सिंह की तेज गति से एमजी रोड से गुजर रहे थे। तभी बाइक के सामने अचानक एक बंदर भागता हुआ सड़क पर आ गया। तेज रफ्तार होने से बाइक असंतुलित हो गई और शैलेंद्र्र गिर गए। सड़क पर गिरने से उनका ब्रेन हैमरेज हो गया।

loksabha election banner

पहना होता हेलमेट तो बच सकती थी जान

हेलमेट पहनने के लिए जिला प्रशासन तमाम अभियान चला चुका है। ट्रेफिक पुलिस भी आए दिन अभियान चलाकर लोगों के चालान काटती है बावजूद इसके लोग अपनी जिंदगी से खिलवाड़ करने से नहीं चूकते। हादसे में शैलेंद्र के सिर पर चोट लगी थी जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। यदि हेलमेट पहने होते तो संभवत: उनकी जान बच सकती थी।

तमाशबीन बने लोग, बनाते रहे वीडियो

हादसे के बाद शैलेंद्र सड़क पर काफी देर तक तड़पता रहा और संवेदनहीन लोग तमाश देखते रहे।

सड़क पर दोनों ओर से वाहनों का आवागमन हो रहा था। शैलेंद्र को देख लोग रुक भी रहे थे लेकिन सिर्फ वीडियो बनाने के लिए। तमाशबीन बनकर लोग वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर अपलोड करने में लगे रहे लेकिन किसी ने भी घायल को अस्पताल ले जाने की नहीं सोची। तमाशबीनों की भीड़ में से दो राहगीरों ने जब शैलेंद्र को तड़पते देखा तो फौरन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन तब तक शैलेंद्र दम तोड़ चुका था।

ब्रज में चरम पर है बंदरों का आतंक

ब्रज की धरती लंबे समय से बंदरों के आतंक से ग्रस्त रही है। आगरा सहित मथुरा वंृदावन में कई गंभीर हादसे बंदरों की वजह से हो चुके हैं। बंदरों पर नियंत्रण की जिला प्रशासन कई बार योजना बना चुका है लेकिन हर बार योजना सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह जाती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.