खजूर की मिठास से रोजा खोल रहे नमाजी, जानिए कहां से आ रहा है ये खास फल
इफ़्तार में सेवन करने से मिलती है ताजगी और स्फूर्ति रोजेदारों का पसंदीदा है फल।
आगरा, जेएनएन। रमजान के पवित्र महीने में रोजा रखना हर सेहतमंद मुसलमान के लिए फर्ज माना गया है। दिन-भर भूखे-प्यासे रहने के बाद खुदा की इबादत कर रोजा खोला जाता है। रोजा खोलने के लिए खजूर ज्यादातर रोजेदारों की पहली पसंद बना हुआ है। खास बात यह है कि खजूर की मांग को पूरा करने के लिए बाजार में अरब देशों से बड़ी तादाद में खेप को आयात किया जाता है।
थोक कारोबारी भगवान दयाल भन्नू का कहना है कि रमजान के महीने में सबसे ज्यादा मांग खजूर की होती है। ज्यादातर की आपूर्ति अरब देशों से होती है। ओमान, अरेबिया, सऊदी अरब, कजाकिस्तान के अलावा दूसरे अरब देशों से खजूर की अलग-अलग किस्मों को मंगाया जाता है। अकेले रमजान में ही लगभग दो हजार किलो से ज्यादा के खजूर का कारोबार होता है। लोगों की मांग के अनुसार 100 रुपये से एक हजार रुपये प्रति किलो तक कीमत का खजूर उपलब्ध है।
पाक और अफगानिस्तान से भी आ रहा मेवा
खजूर के अलावा रोजेदारों की मांग पर मुनक्का और छुआरे की आपूर्ति भी कराई जा रही है। खास किस्म के मुनक्के की खेप को अफगानिस्तान के कांधार क्षेत्र से आयात कराया जा रहा है। जबकि छुआरा पाकिस्तान के अलग-अलग क्षेत्रों से मंगाया जाता रहा है। दुकानदार का कहना है कि पिछले तीन महीनों से छुआरे की आपूर्ति बंद चल रही है।
खजूर के पीछे जुड़ी है धार्मिक मान्यता
काजी हाफिज मुहम्मद मोमिन का कहना है कि इस्लाम के मुताबिक पैगंबर मोहम्मद साहब ने अपना रोजा खजूर के फल खाकर ही खोला था। इस्लामिक किताबों में भी बाकायदा इसका जिक्र है। तली-भुनी चीजें का पूरी तरह से परहेज होता है। यह फल न सिर्फ शरीर को स्फूर्ति देता है बल्कि ताकत भी प्रदान करता है। यही वजह है कि खजूर खाकर ही रोजा खोला जाता है।
खजूर का है वैज्ञानिक महत्व
जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. जेजे राम का कहना है कि खजूर फलों में बेहद पौष्टिक फल होता है। इसमें प्राकृतिक शुगर की मात्रा सर्वाधिक होती है जिससे शरीर को तुरंत ही ऊर्जा मिलने लगती है। इसके अलावा कार्बोहाइड्रेट और फाइबर जैसे दूसरे प्राकृतिक तत्व भी मिलते हैं, जो पेट के लिए फायदेमंद होते हैं। थोड़ी मात्रा में पोटेशियम और सोडियम भी मौजूद होता है, जो नर्वस सिस्टम के कार्यों को बेहतर बनाए रखते हैं। पोटेशियम कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा कम हो जाता है। खजूर खाकर रोजा खोलने से एसिडिटी से भी राहत मिलती है।
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