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CoronaVirus in Agra: आगरा में कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने से तेजी से संक्रमण फैलने का खतरा

CoronaVirus in Agra तीन मरीजों में दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन और एक में मिला न्यू म्यूटेड स्ट्रेन। कोरोना का नए स्ट्रेन को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट। कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन कम घातक हैं। मगर तेजी से संक्रमण फैलाते हैं। इसके लिए टीमें गठित की जा रही हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 27 Mar 2021 01:23 PM (IST)Updated: Sat, 27 Mar 2021 01:23 PM (IST)
CoronaVirus in Agra: आगरा में कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने से तेजी से संक्रमण फैलने का खतरा
कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन कम घातक हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना के नए स्ट्रेन मिलने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है। कोरोना वायरस के दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन और न्यू म्यूटेड स्ट्रेन से संक्रमण तेजी से फैलता है। ऐसे में कोरोना के नए केस तेजी से बढ़ सकते हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।

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एसएन मेडिकल कालेज से कोरोना संक्रमित सात मरीजों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए केजीएमयू, लखनऊ भेजे गए थे। इसमें से चार की रिपोर्ट आ गई है। इन चार में से तीन में कोरोना वायरस का दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन मिला है। जबकि एक में न्यू म्यूटेड स्ट्रेन मिला है। ये चारों मरीज ठीक हो चुके हैं। तीन सैंपल की रिपोर्ट अभी आनी है। ये सभी रिपोर्ट आइसीएमआर को भेज दी गई हैं।

सीएमओ डा आरसी पांडे ने बताया कि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन कम घातक हैं। मगर, तेजी से संक्रमण फैलाते हैं। इसके लिए टीमें गठित की जा रही हैं। जिस क्षेत्र में कोरोना के नए मरीज मिलेंगे, वहां कांटेक्ट ट्रेसिंग कराई जाएगी। संपर्क में आने वाले सभी लोगों की जांच कराई जाएगी।

दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन ज्यादा घातक, न्यू म्यूटेड ​स्ट्रेन ज्यादा संक्रामक

एसएन मेडिकल कालेज के मेडिसिन विभाग के डा प्रभात अग्रवाल ने बताया कि शोध में सामने आया है कि दक्षिण अफ्रीकी स्ट्रेन में कोरोना वायरस के बाहरी स्पाइक प्रोटीन के विशिष्ट भाग पर कुछ म्यूटेशन हुए हैं। इससे कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर में बनने वाली एंटीबाडीज का असर कम हो जाएगा। इस नए स्ट्रेन पर वैक्सीन के असर को लेकर शोध चल रहा है। लक्षण और इलाज सामान्य कोरोना वायरस की तरह ही है। जबकि न्यू म्यूटेड स्ट्रेन ज्यादा संक्रामक, घातक नहीं है। यह आरएनए बेस्ट वायरस है। ज्यादा संख्या में लोगों के संक्रमित होने पर हर्ड इम्युनिटी बनने लगती है। इससे यह वायरस असरहीन हो जाता है। ऐसे में वायरस बदलाव करता है। न्यू म्यूटेड स्ट्रेन (सार्स कोव टू ) में इसी तरह के बदलाव देखने को मिले हैं। इस वायरस के खिलाफ वैक्सीन असरदार है। यह तेजी से फैलता है, लेकिन घातक नहीं है। 


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