पूर्वजों का बांध सहेज विधायक बने जलयोद्धा
गांव में सिंचाई और पशुओं के पीने के उपयोग में आ रहा है बांध का पानी। अनूठे वाटर हार्वेस्टिंग तकनीक के चलते पूरे साल रहता है बांध में पानी।
आगरा(जागरण संवाददाता): खेरागढ़ के विधायक महेश गोयल जलयोद्धा के रूप में अपने गांव के लिए पानी बचाने का अनूठा प्रयास कर रहे हैं। इन्होंने अपने पूर्वजों द्वारा बनाए सौ वर्षो से भी अधिक पुराने बांध को सहेजने के अलावा अन्य छोटी-छोटी बंधी भी बनवाई हैं।
यही कारण है कि इस बांध का पानी साल भर खेतों की सिंचाई व पशु-पक्षियों के पीने के उपयोग में आता है। यह बांध है सदानीरा है। कम बारिश होने के बावजूद वर्तमान में भी बांध में प्रचुर मात्रा में पानी उपलब्ध है।
पहाड़ों के बीच राजमार्ग के पास बना है बांध:
सौ वर्ष से अधिक पुराना यह बांध कोट-चंदौसी राजमार्ग संख्या 39 पर है। यह राजस्थान की सीमा से सटे दोनों ओर पहाड़ों के बीच बना है। सीमेंट व पत्थर के इस बांध में करीब साढ़े तीन सौ फुट लंबी और दस फीट चौड़ी पाड़ बना रखी है। पहाड़ों से गिरने वाले पानी का संरक्षण इसमें किया जाता है। वर्षा के दिनों में करीब 10-15 बीघा क्षेत्रफल में पहाड़ों के बीच में पानी का भराव हो जाता है।
बांध के पानी का अपव्यय रोकने की दृष्टि से बांध से खेतों तक पाइप लाइन बिछा रखी है। जरूरत के अनुसार बांध का वॉल्व खोलकर पानी छोड़ दिया जाता है। विधायक गोयल ने बताया कि बांध वाटर हार्वेस्टिंग की दृष्टि से बनवाया गया है। इसकी वे समय-समय पर मरम्मत करवाते रहते हैं। वाटर हार्वेस्टिंग के लिए उन्होंने परिवार में अलग-अलग स्थानों पर छोटे-छोटे पांच छह बंधी तालाब भी बनवाए हैं। उन्होंने बताया कि वे विधायक बनने से पहले अपनी निगरानी में खेती का कार्य करवाते थे, अब व्यस्तता होने के कारण यह कार्य अपने बेटे दीपक गोयल को दे रखा है।