शांति के लिए अमेरिका दे सभी देशों का साथ: दलाई लामा Agra News
तिब्बत के आध्यात्मिक धर्म गुरु दलाई लामा ने दूसरे दिन कार्ष्णि गुरु शरणानंद महराज के आश्रम वृंदावन पर श्रद्धालुओं को संबोधित को किया संबोधित।
आगरा, जेएनएन। अमेरिका को शांति के लिए सभी देशों का सहयोग करना चाहिए है। दुनिया में जो हिंसा हो रही है, उस पर विराम लगना होगा। आज बुद्ध को पढ़ने की नहीं समझने की जरुरत है। उनके बताए रास्तों पर चलना होगा। तिब्बत के आध्यात्मिक धर्म गुरु दलाई लामा दूसरे दिन कार्ष्णि गुरु शरणानंद महराज के आश्रम, वृंदावन पर श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे।
उनका कहना था कि करुणा मैत्रीय ही वह रास्ता है, जो देश में शांति स्थापित करता है। भारत दुनिया को अहिंसा, करुणा मैत्रीय का संदेश दे रहा है। यही एक ऐसा मार्ग है, जिस पर चलकर शांति कायम कर सकते हैं। उत्तराधिकारी के सवाल पर दलाई लामा ने गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि यह वक्त बताएगा। उन्होंने कहा कि आज हम भगवान बुद्ध को पढ़ते हैं, लेकिन पढ़ने से काम नहीं चलने वाला है। उनको समझना होगा। उनके सिद्धांतों पर चलना होगा। बुद्ध ने जो संदेश दिया था, उस संदेश को आम जनमानस तक पहुंचना होगा। उन्होंने अमेरिका को लेकर कहा कि आज अमेरिका पावर हैं। उसे हिंसा को बंद करने के लिए सभी देशों को सहयोग करना चाहिए।
बता दें कि दलाई लामा दो दिन के प्रवास पर रविवार को मथुरा के महावन स्थित गुरु शरणानंद के रमणरेती आश्रम आए थे। रविवार को यहां श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जिस तरह हम शरीर को चलाने के लिए भौतिक सुविधाओं पर ध्यान देते हैं, उसी तरह विश्वविद्यालय स्तर तक करुणा, मैत्रीय के संदेश देने चाहिए। इस संदेश से मानसिक विकास के साथ सुख-समृद्धि भी होगी। आज हर जगह हिंसा है, हथियारों और औजारों का बोलबाला है। इसे कम कर अहिंसा को बढ़ाने की आवश्यकता है।
इससे पूर्व आश्रम पर तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा का भव्य स्वागत किया गया था। रमणरेती आश्रम के काष्र्णि गुरु शरणानंद महाराज की देखरेख में रवि शास्त्री और अर्पित गर्ग ने अभिषेक किया।