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वास्तु के दृष्टि से चुनें पर्दो का रंग, जानिए क्यों

- बाजार में उपलब्ध हैं कई प्रकार के पर्दे

By JagranEdited By: Published: Thu, 24 Oct 2019 10:00 AM (IST)Updated: Sat, 26 Oct 2019 06:26 AM (IST)
वास्तु के दृष्टि से चुनें पर्दो का रंग, जानिए क्यों
वास्तु के दृष्टि से चुनें पर्दो का रंग, जानिए क्यों

आगरा, तनु गुप्ता।

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दीपावली पर घर की दीवारों पर पेंट कराना ही काफी नहीं होता है। पदरें की भी अहमियत होती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए ही आजकल बाजार में पर्दे की कई वैरायटी उपलब्ध है। राजामंडी बाजार, जौहरी बाजार, सदर बाजार, शाहगंज आदि के बाजारों में मौजूद दुकानों पर ये पर्दे आसानी से उपलब्ध हैं। पदरें की वैराइटी

राजामंडी बाजार के पर्दा विक्रेता सुनील अग्रवाल के अनुसार आजकल प्रिंटेड व प्लेन के साथ वेलवेट, पॉलिस्टर क्रश, कॉटन-सिंथेटिक मिक्स मटेरियल के पर्दे उपलब्ध हैं। पर्दे बनवाने के झझट से बचने के लिए रेडिमेड पर्दे खरीद सकते हैं। कुछ लोग सजावट के लिए पर्दे लगाते हैं तो कुछ धूल- धूप से बचने के लिए घरों में पर्दे लगाते हैं। वेलवेट के पर्दे

वेलवेट के पर्दे बहुत ही सॉफ्ट व मखमली होते हैं। यह प्रिंटेड व प्लेन दोनों ही वैराइटियों में मिलते हैं। वेलवेट का पर्दा अपेक्षाकृत महंगा पड़ता है। इसके दाम करीब 225 रुपये प्रति मीटर से शुरू होते हैं।

पॉलिस्टर क्रश

यह सिलवटों वाला मटेरियल होता है, जिसे क्रश मटेरियल कहा जाता है। क्रश के अक्सर प्लेन पर्दे बाजार में मिलते हैं। इन पदरें के शुरुआती दाम 110 रुपये प्रति मीटर होते हैं। मोती वाला कर्टन

आजकल बाजार में मोती वाला कर्टन चलन में है। यह बेहद खूबसूरत डिजाइनर रेडिमेड कर्टन होता है, जिसमें सुंदर-सुंदर रंग-बिरंगे मोती की लंबी-लंबी लड़ियां होती हैं। इस कर्टन की कीमत 560 रुपये से शुरू होकर 750 रुपये तक होती है।

कॉटन-सिंथेटिक मिक्स

पर्दे का कॉटन- सिंथेटिक मिक्स मटेरियल 60 रुपये से 250 रुपये प्रति मीटर के हिसाब से मिलता है। यह पर्दे के कपड़े की शुरुआती रेंज रहती है। कॉटन सिंथेटिक मिक्स मटेरियल में आपको खूबसूरत फ्लावर प्रिंट व लाइनिंग के पर्दे मिल जाएंगे।

विस्कोस गोप कर्टन

यह एक प्रकार का रेडिमेड पर्दा है। जिसे मोटे धागों से बनाया जाता है। यह पर्दा दिखने में बहुत ही खूबसूरत लगता है। इनकी कीमत 250 रुपये से शुरू होती है। वास्तु के अनुसार करें पर्दे के रंग का चयन : घर की साज सच्जा जीवन की सोच पर बहुत प्रभाव डालती है। वास्तुविद डॉ शोनू मेहरोत्रा के अनुसार घर का हर कोना उसमें रहने वाले व्यक्तियों के जीवन में विशेष प्रभाव डालता है। इसमें पर्दे के रंग में शामिल हैं। पदरें के रंग हमारी सोच को प्रभावित करते हैं। हरा रंग : हरा रंग विकास तथा सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। वास्तु या ज्योतिष दोनों शास्त्रों ने इस रंग को शुभ माना है। यह रंग शरीर के स्नायु तंत्र को मजबूत करके हमारे मन मस्तिष्क को स्फूर्ति प्रदान करता है। यह रंग बीमार व्यक्ति को शीघ्र ही स्वस्थ्य होने का संकेत देता है। यदि आप इस रंग के पर्दे का प्रयोग अध्ययन कक्ष (स्टडी रूम में) में करते है तो एकाग्रता बढ़ती है। इससे बच्चों के अन्त:चेतना में रचनात्मक विकास होता है। पर्पल रंग

यह रंग पूर्णत: विश्वास और निष्ठा का प्रतीक है। इसलिए अपने कमरों में हल्का पर्पल रंग के पर्दे का उपयोग करने से घर का पूरा वातावरण शात और खुशनुमा बना रहेगा। किसी हद तक यह रंग व्यक्ति को आध्यात्म से भी जोड़ने की कोशिश करता है। लाल रंग

लाल रंग बहादुरी और शक्ति का प्रतीक है। बेडरूम में इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि इसका असर दिमाग पे बहुत तेजी से होता है। इसका प्रयोग किसी कमरे में भी नहीं करना चाहिए। छोटी-छोटी बातों में नर्वस होने वाले व्यक्ति को बहुत ही नुकसानदायक साबित होता है ये रंग। दक्षिण दिशा के कोने का कमरा हो तो लाल रंग के पर्दे उपयुक्त रहते हैं। पीला रंग

पीला या पीत वर्ण ज्ञान, तपस्या, पोषण, धैर्य तथा आध्यात्मिकता का प्रतीक है। पूजा घर में इस रंग का प्रयोग करना श्रेष्ठकर माना जाता है अत: पूजा घर में यदि आप पर्दे के उपयोग कर रहे हैं तो पीले रंग का पर्दा लगाना चाहिये। नारंगी रंग

यह रंग रचनात्मकता, आत्मसम्मान, सकारात्मक विचार और धार्मिकता का प्रतीक है। इस रंग का प्रभाव हमारे मन मस्तिष्क में होने वाले विचारों पर पड़ता है। यह रंग आपके सोच में गंभीरता लाता है। यदि आपसी रिलेशनशिप में परेशानी हो रही है तो आपको अपने बैडरूम में इस नारंगी रंग का पर्दा लगाना चाहिए इससे संबंधों में प्रग्राढ़ता तथा मधुरता आएगी। गुलाबी रंग

गुलाबी रंग सहज ही व्यक्ति के मन को मोह लेने वाला है। इस रंग के देखने मात्र से अंग-प्रत्यंग में कामुकता की लहर दौड़ जाती है। इसी कारण दक्षिण- पश्चिम दिशा में स्थित बैडरूम में इस रंग का पर्दा लगाना शुभ माना गया है। काला रंग

काले रंग का उपयोग कभी भी घरों की सजावट में नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे नकारात्मकता बनी रहती है। इससे घर का पूरा माहौल निराशाजनक और तनावपूर्ण बना रहता है। नीला रंग

उत्तर दिशा के कमरे में नीले रंग के पर्दे लगाने चाहिए। यह रंग हमारे सपने को साकार तथा समृद्धि और सुकून देने वाला माना जाता है। इस रंग के पर्दे का प्रयोग मुख्य रूप से मेडिटेशन रूम, बेडरूम और ड्राइंग रूम में करना चाहिए। इस रंग के प्रभाव से जातक में शाति और धैर्य का विकास होता है। सफेद वा क्रीम रंग

यह रंग शाति प्रदान करने वाला रंग है। यह रंग सर्वगुण सम्पन्न है। क्या कहते हैं एक्सपर्ट

घर की साज सच्जा में कोई कमी यदि रह जाए तो वो पदरें से पूरी हो सकती है। पर्दे खरीदते वक्त कमरे के आकार और प्रकाश ध्यान जरूर रखना चाहिए।

- अनामिका तोमर, इंटीरियर डिजाइनर क्रश और मोती वाले कर्टेन की इन दिनों काफी डिमाड है। दीपावली के चलते लोग रेडिमेड कर्टेन खरीदना पसंद कर रहे हैं। इसलिए रेडिमेड कर्टेन की बड़ी रेंज इस वक्त दुकानों पर आई हुई है।

- राजा गोयल, पर्दा विक्त्रेता, जौहरी बाजार दीवारों पर रंग की तरह ही पदरें के रंग घर में रहने वाले लोगों के जीवन पर प्रभाव डालते हैं। इसके अलावा पदरें की डिजाइन भी वास्तु में विशेष महत्व रखती है।

- डॉ शोनू मेहरोत्रा, ज्योतिषाचार्य एवं वास्तुविद


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