सिपाही हत्याकाड में मुख्य आरोपित गब्बर पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार
खेरागढ़ क्षेत्र में राजस्थान बार्डर पर हुई मुठभेड़ में बदमाश के पैर में लगी गोली सैंया थाने में तैनात सिपाही की ट्रैक्टर से कुचलकर की थी हत्या
जागरण टीम, आगरा। सिपाही हत्याकाड के मुख्य आरोपित गब्बर का रविवार को राजस्थान बार्डर पर खेरागढ़ क्षेत्र में एसटीएफ और पुलिस से सामना हो गया। मुठभेड़ में दाहिने पैर में गोली लगने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।आरोपित पर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित था। घायल अवस्था में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सैंया थाने में तैनात सिपाही सोनू चौधरी की आठ नवंबर 2020 को खेरागढ़ क्षेत्र में खनन माफिया और उसके गुर्गो ने ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी थी। इस मामले में अब तक पुलिस 11 आरोपितों को जेल भेज चुकी है। मुख्य आरोपित खरगपुर निवासी गब्बर अभी फरार चल रहा था। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया जा चुका था। एसटीएफ को रविवार रात उसके राजस्थान से खेरागढ़ क्षेत्र में आने की सूचना मिली। राजस्थान बार्डर पर स्थित गाव लक्ष्मणपुर के पास एसटीएफ और खेरागढ़ थाना पुलिस ने उसकी घेराबंदी की।रात 10.30 बजे बाइक से गब्बर अपने साथी रवि को लेकर राजस्थान के खरगपुर से खेरागढ़ के लक्ष्मणपुर गाव की ओर जा रहा था। पुलिस टीम ने उसको पकड़ने की कोशिश की तो गब्बर ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में गब्बर के दाहिने पैर में गोली लग गई। गोली लगने के बाद वह बाइक लेकर गिर पड़ा। बाइक पर बैठा उसका साथ रवि मौके से फरार हो गया। पुलिस ने गब्बर से बाइक, तमंचा और कारतूस बरामद किए हैं। रवि की गिरफ्तारी को एसटीएफ और पुलिस ने देर रात तक क्षेत्र में काबिंग की, लेकिन उसका सुराग नहीं मिला। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि सिपाही सोनू चौधरी की जिस ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या की गई थी, उसे गब्बर ही चला रहा था।वैसे वह अवैध खनन कर बालू लाने वाले ट्रैक्टर-ट्राली के आगे बाइक से चलकर रेकी करता था। बदमाश को गिरफ्तार करने वाली इंस्पेक्टर खेरागढ़ हंसराज सिंह भदौरिया, एसटीएफ टीम से एसआइ मानवेंद्र सिंह, एसआइ प्रमोद यादव और हेड कास्टेबल बृजराज शामिल रहे।