गाय के गोबर से बनेगी लकड़ी, आ गई ऐसी मशीन, जानिए कैसे करेगी काम
हवन-यज्ञ व अंत्येष्टि में उपयोग होगी गोबर से बनी लकड़ी। 15 सेकेंड में मशीन एक किग्रा लकड़ी।
आगरा, जेएनएन। खेतों से बेसहारा पशु हांके जा रहे थे। अब इन्हीं को दुलारा जाएगा। ब्रज में गाय के गोबर का उपयोग उपले और खाद बनाने में किया जाता है लेकिन अब लकड़ी भी बना करेगी। वृंदावन की श्रीपाद बाबा गोशाला में एकत्रित होने वाले गोबर का इस्तेमाल लकड़ी बनाने में होगा। इसके लिए गोशाला में मशीन स्थापित की गई है। मशीन से 15 सेकेंड में एक किलो भार की लकड़ी तैयार होना बताया जा रहा है।
जयपुर मंदिर स्थित श्रीपाद बाबा गोशाला के संचालक बाबा दामोदर दास ने मंगलवार को बताया कि गोशाला में प्रतिदिन करीब 200 से 250 क्विंटल गोबर एकत्रित होता है, जिसका उपयोग अब लकड़ी बनाने के लिए किया जाएगा। गोशाला में करीब 70 हजार रुपये की लागत से गोबर से लकड़ी बनाने की मशीन स्थापित की गई है। मंगलवार को वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य पूजन कर मशीन की शुरुआत की। गोशाला में तैयार होने वाली लकड़ी का उपयोग हवन-यज्ञ, पूजा तथा अंत्येष्टि आदि के लिए ही किया जाएगा। पंडित सदानंद, मुरारी बाबा, गोविंद पांडेय, उमेश पांडेय, फौरन सिंह, मुकेश बघेल, सूरज, हरिवंश मौजूद रहे।