आगरा में लगी आंबेडकर विवि की कोर्ट, उठी मांग, राज्य विवि से वापस लिए जाएं 100 करोड़ रुपये
खंदारी परिसर स्थित आइईटी में हुई कोर्ट की बैठक। सदस्यों ने उठाए सवाल प्रो. कठेरिया को चुना गया डेंटिल काउंसिल आफ इंडिया का सदस्य। विश्वविद्यालय के शिक्षकों के होम एलाउंट तथा किराया भी काटने की बात उठायी गयी।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की कोर्ट(सभा) की बैठक में कई विभागाध्यक्षों ने विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। शिक्षकों ने जानकारियां मांगी,जो उन्हें उपलब्ध नहीं कराई गईं।कोर्ट द्वारा डेंटल काउंसिल आफ इंडिया के सदस्य के रूप में एसएन मेडिकल कालेज के डिपार्टमेंट आफ डेंटिस्ट के विभागाध्यक्ष प्रो. एसके कठेरिया को चुना गया। बैठक में कोर्ट के सदस्यों ने मांग उठाई कि अलीगढ़ के राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विवि को दिए गए 100 करोड़ रुपये वापस लिए जाएं।
खंदारी परिसर स्थित आइईटी में आयोजित बैठक में प्रो. यूसी शर्मा ने प्रो. कठेरिया के सदस्य बनने की जानकारी दी।प्रो. लवकुश मिश्रा ने जानकारी के लिए प्रश्न उठाया कि कितने छात्रों व कितने कालेजों पर फीस शेष है? शेष फीस किस प्रकार से ली जाएगी, इसकी भी जानकारी मांगी।कोर्ट के सभी सदस्यों ने राज्य विश्वविद्यालय को दिए 100 करोड़ वापस लेने की मांग उठाते हुए कहा कि 100 करोड़ रुपये उधार में दिए गए हैं। इसे राज्य विवि को किश्तों में या एकमुश्त रूप में वापस करने की पत्रावली शासन में देने का मुद्दा भी उठाया।यह जानकारी मांगी गई कि विश्वविद्यालय का कितना पैसा बैंकों में किस मद से जमा हैं, उसका पूरा विवरण सार्वजनिक किया जाए।प्रोविडेंट फण्ड के विषय मे प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा ने बताया कि इस संबंध में बैंक के शीर्ष अधिकारियों से वार्ता की जाएगी व एक पत्र दिया जाएगा।कोर्ट सदस्यों ने शिवाजी मंडपम व संस्कृति भवन शुरुआती बजट तथा अंत तक बढे हुए बजट पर चर्चा की। मांग की कि सभी के मिनट्स विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर डाले जाने चाहिए। विश्वविद्यालय के शिक्षकों के होम एलाउंट तथा किराया भी काटने की बात उठायी गयी। बैठक से कार्यवाहक कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक आनलाइन जुड़े।बैठक में सेंट जोंस कालेज के प्राचार्य डा. एसपी सिंह, डीन अकादमिक प्रो. संजीव कुमार, कुलसचिव संजीव कुमार सिंह, वित्ताधिकारी अरुण कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव,प्रो. यूसी शर्मा, प्रो. पीके सिंह, प्रो. अनिल वर्मा, डा. रोशन लाल, प्रो. मोहम्मद अरशद, प्रो. बीएस शर्मा, डा. अचला गक्खड़, डा. नीलम यादव आदि उपस्थित रहे।
आठ करोड़ मेरठ के बैंक में
बैठक में प्रो. लवकुश मिश्रा के सवाल कि विश्वविद्यालय का पैसा किन किन बैंक और किन किन शहरों में एफडी आदि के रूप मे जमा है उसे प्रत्येक सदस्य को लिखित रूप में बताया जाए पर वित्ताधिकारी एके सिंह ने बताया कि मेरठ के पीएनबी में आठ करोड़ रुपये जमा हैं। बाकी सभी आगरा के बैंको में जमा है। इतनी बड़ी रकम आगरा से बाहर के बैंक में जमा क्यों हैं, इसका जवाब नहीं मिला।प्रो. भूपेंद्र स्वरूप शर्मा व डा. आरके अग्निहोत्री ने भी सवाल उठाए।