CoronaVirus: CM Yogi की टीम सख्त, अब एसएन के प्रिंसिपल पर गिरी गाज
एसएन में दो साल कार्यरत रहे डॉ जीके अनेजा। कोरोना को लेकर नहीं हुए गंभीर। भ्रष्टाचार का पत्र वायरल होने के साथ ही मास्क और पीपीई किट ना खरीदने के लगे आरोप।
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के कारण बने बेकाबू हालातों की गाज अब तीसरे आला अधिकारी पर गिरी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भेजी गई टीम ने सख्ती बरतते हुए एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ जीके अनेजा को तत्काल हटा दिया है। उन्हें निदेशालय चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण लखनऊ से सम्बद्ध कर कर दिया गया है। उनके स्थान पर कानपुर डॉ संजय काला को एसएन मेडिकल कॉलेज का कार्यवाहक के प्रधानाचार्य बनाया गया है। उन्हें तत्काल पद ग्रहण करने के आदेश दिए गए हैं। इससे पूर्व सीएमओ और एडी हेल्थ को भी हटाया गया था। डॉ संजय काला के सहयोग के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज झांसी के ईएनटी विभाग के आचार्य डॉ जितेंद्र सिंह यादव को भी सम्बद्ध किया गया है। बता दें कि 10 मई को अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ एके मित्तल और सीएमओ डॉ मुकेश वत्स को हटा दिया गया था।
मई 2018 में डॉ जीके अनेजा को एसएन मेडिकल कॉलेज का प्राचार्य बनाया गया था। मार्च में कोरोना के केस आने के बाद पहला मरीज एसएन इमरजेंसी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। इसके बाद एसएन के लिए करोडों का बजट मिला। इससे पीपीई किट, मास्क नहीं खरीदे गए। माइक्रोबायोलॉजी लैब में कोरोना की जांच के लिए लगी पीसीआर मशीन को झांसी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। यहां नई मशीन खरीदी गई, इसके बाद एक और मशीन खरीद ली गई। कोरोना संक्रमित मरीजों की डायलिसिस के लिए टेक्नीशियन उपलब्ध नहीं हो सके। मगर, एक अत्याधुनिक डायलिसिस मशीन भी खरीद ली। नई सर्जरी बिल्डिंग में 350 बेड का कोविड हॉस्पिटल प्रस्तावित किया गया। इसे कोविड हॉस्पिटल नहीं बनाया गया, इसके पीछे भी साजिश की गई। ढाई महीने में 100 बेड का आइसोलेशन वार्ड ही बना सके, इलाज के इंतजामों की पोल खुलने लगी। जूनियर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ ने मास्क और पीपीई उपलब्ध ना करने पर प्रदर्शन किए। छुटटी लेकर जाने पर भी सवाल उठे। कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकडा बढने के बाद कार्रवाई की गई।
डॉक्टरों ने ताली बजाईं, प्राचार्य ने फाइल निपटाई
डॉ जीके अनेजा के हटाए जाने का आदेश आते ही प्राचार्य कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए डॉक्टर और कर्मचारियों ने तालियां बजाकर खुशी व्यक्त की, कुछ ने डांस भी किया। वहीं, अपने कार्यालय में बैठक प्राचार्य ने फाइलों को निपटाना शुरू कर दिया। डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों के लंबित मामलों के निस्तारण, पुरानी जांच के निस्तारण के लिए कह दिया।
ऊंची पहुंच से बनाते रहे दबाव, भनक तक नहीं लगी
डॉ अनेजा के कार्य को लेकर चिकित्सा शिक्षकों से लेकर कर्मचारियों ने भी सवाल उठाए थे। वे कार्यालय में बुलाकर घंटों बैठक करते थे, कुछ देर बाद ही फोन मिला देते थे और अपनी ऊंची पहुंच बताते हुए दबाव बनाते थे, इसके कारण उनके कार्यालय में डॉक्टर और कर्मचारियों ने जाना छोड दिया। तीन वरिष्ठ चिकित्सक ही उनके साथ नियमित कार्यालय में बैठते थे।
बडी कार्रवाई होनी थी, लखनऊ के अधिकारी ने बचाया
एसएन के प्राचार्य डॉ जीके अनेजा पर बडी कार्रवाई होनी थी। चर्चा है कि लखनऊ एक बडे अधिकारी ने उन्हें बचा लिया। मगर, विशेष सचिव आलोक कुमार पांडेय द्वारा जारी आदेश में प्रशासनिक आधार पर डॉ जीके अनेजा को एसएन से स्थानांतरित करते हुए निदेशालय चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण, लखनऊ संबदध किया गया है।
आगरा से ही चलाते रहे फीरोजाबाद मेडिकल कॉलेज
डॉ जीके अनेजा की पत्नी को डॉ संगीता अनेजा को फीरोजोबाद मेडिकल कॉलेज शुरू करने के लिए प्राचार्य बनाया गया। वे आगरा से ही दोनों मेडिकल कॉलेज का संचालन करते रहे, वहां भर्ती से लेकर उपकरण खरीद पर भी आरोप लगे। मगर, जांच तक नहीं हुई।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक पर भी गाज, डॉ बीबी पुष्कर की नियुक्ति
एसएन में कोरोना पॉजिटिव गर्भवती की सिजेरियन डिलीवरी के बाद वार्ड में नग्न अवस्था में कोरोना संक्रमित मरीज के फर्श पर लेटने और दो घंटे तक स्ट्रेचर पर ही पडे रहने का वीडियो वायरल होने के बाद जांच कराई गई। इसमें एसएन के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एससी जैन को दोषी पाया गया, इसी दौरान एक शव भी बदल गया। ऐसे में डॉ एससी जैन को जिलाधिकारी, आगरा के कार्यालय से संबदृध कर दिया है। उनकी जगह डॉ बीबी पुष्कर, वरिष्ठ परामर्शदाता ट्रॉमा सेंटर जिला चिकित्सालय मुरादाबाद को एसएन का मुख्य चिकित्सा अधीक्षक बनाया गया है।
कार्यवाहक प्राचार्य डॉ संजय और सहयोगी डॉ जितेंद्र एसएन के पूर्व छात्र
कार्यवाहक प्राचार्च डॉ संजय काला एसएन के 1989 एमबीबीएस बैच के छात्र रहे हैं। उनकी मदद के लिए संबदध किए गए डॉ जितेंद्र यादव एसएन के 1994 बैच के एमबीबीएस बैच के छात्र रहे हैं।
कोरोना के इलाज में लापरवाही पर चार पर कार्रवाई
- प्राचार्य डॉ जीके अनेजा हटाए गए
- मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एससी जैन हटाए गए
- मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पीके माहेश्वरी निलंबित किए गए
- बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ राजेश्वर दयाल पर विभागीय कार्रवाई
2. 50 करोड के बजट से खरीदे गए प्रमुख आइटम
6 हीमोडायलिसिस मशीन 7. 83 लाख प्रति मशीन 47 लाख की मशीनें
2 फर्श साफ करने वाली मशीन 2. 49 लाख प्रति मशीन 4 98 लाख
10 वेंटीलेटर 1 .66 लाख प्रति वेंटीलेटर 16 .63 लाख
900 पीपीई किट 999 प्रति किट 4. 99 लाख
3000 पीपीई किट 1088 प्रति किट 32 लाख
78 हैंड सेनेटाइजर 500 एमएल 250 रुपये प्रति सेनेटाइजर 19 .500 रुपये
12 डिजिटल बीपी इंस्ट्रूमेंट 1663 प्रति इंस्ट्रूमेंट 19. 9 हजार