CoronaVirus in Agra: एसएन में प्लाज्मा थैरेपी का ट्रायल रहा सफल, गंभीर हालत में भर्ती पहले मरीज हुए ठीक
CoronaVirus in Agra कोरोना से ठीक हो चुके दो मरीजों ने प्लाज्मा किया डोनेट गंभीर मरीजों की बच सकेगी जान।
आगरा, जागरण संवाददाता। एसएन मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा थैरेपी का ट्रायल सफल रहा, यहां प्लाज्मा थैरेपी से ठीक होने के बाद 52 साल के रवि चतुर्वेदी को गुरुवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। उन्होंने आइसोलेशन वार्ड से अपने घर जाते समय कहा एसएन के डॉक्टरों की टीम ने बहुत मेहनत की, मेरी जान बच गई।
आठ जुलाई को 52 साल के हलवाई की बगीची निवासी रवि चतुर्वेदी को सांस लेने में परेशानी होने पर गंभीर हालत में एसएन के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। इन्हें निमोनिया, रेस्परेट्री फेल्योर के साथ ही मधुमेह की समस्या थी। सांस उखडने पर 5 लीटर प्रति मिनट आक्सीजन पर रखा गया। इसी दिन एसएन को इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च आइसीएमआर से प्लाज्मा थैरेपी से इलाज करने की अनुमति मिल गई। नौ जुलाई को पहला प्लाज्मा और उसके बाद 10 जुलाई को दूसरा प्लाज्मा चढाया गया। प्लाज्मा थैरेपी की दो डोज का कोर्स पूरा होने के बाद आक्सीजन की मांग 5 फीसद से कम होकर 2 फीसद रह गई है। इसके बाद तबीयत में सुधार होता गया। ठीक होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। एसएन का यह प्लाज्मा थैरेपी का पहला केस है, अब एक महिला मरीज को प्लाज्मा थैरेपी दी गई है। डॉ अजीत चाहर, डॉ प्रभात अग्रवाल, डॉ राजीव पुरी, डॉ आरती अग्रवाल, जूनियर डॉक्टर सच्चू साबू, शोहेब मेहबूब, हरेंद्र चौधरी, जेफरे शामिल रहे।
1284 हुए ठीक, 12 ने ही दान किया प्लाज्मा
रवि चतुर्वेदी का ब्लड ग्रप एबी पॉजिटिव है, उन्हें प्लाज्मा थैरेपी देने के लिए एबी ब्लड ग्रुप के कोरोना को मात दे चुके मरीजों को फोन किया गया। धाकराना चौराहा निवासी देव धाकरे और घटिया आजम खां निवासी क्रष्ण कुमार ने नोएडा में प्लाज्मा डोनेट किया। इनके प्लाज्मा से मरीजों की जान बची। जिले में 1284 मरीज ठीक हो चुके हैं, इन दो सहित डॉ आरके सिंह, चंदन मलिक, अमित राठौर, राजेश मंगवानी, बबलू सिंह, डॉ मनीष, राम पाल सिंह, हरिओम त्यागी, अर्जुन सहित 12 ने ही प्लाज्मा डोनेट किया है। नयति हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के लिए भी एसएन के द्वारा प्लाज्मा डोनेट कराया गया।
कोरोना से ठीक हो गए मरीज प्लाज्मा डोनेट करें, जिससे गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सके। फोन पर संपर्क करने के बाद भी प्लाज्मा डोनेट नहीं कर रहे हैं।
डॉ नीतू चौहान, ब्लड बैंक प्रभारी, एसएन मेडिकल कॉलेज
एसएन मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा थैरेपी से पहला मरीज पूरी तरह से ठीक हो गया, यह बडी उपलब्धि है। एसएन के डॉक्टर गंभीर मरीजों की जान बचा रहे हैं।
डॉ संजय काला, प्राचार्य एसएन मेडिकल कॉलेज