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CoronaVirus Effect: ताज से लेकर स्‍टेशन तक सन्‍नाटा, नहीं मिला यहां नमाजियों को भी प्रवेश

ताजमहल में कमेटी के दस लोगों ने ही की नमाज अदा। शहर की बड़ी जूता फैक्ट्रियां भी हुईं बंद।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Fri, 20 Mar 2020 02:47 PM (IST)Updated: Fri, 20 Mar 2020 02:47 PM (IST)
CoronaVirus Effect: ताज से लेकर स्‍टेशन तक सन्‍नाटा, नहीं मिला यहां नमाजियों को भी प्रवेश
CoronaVirus Effect: ताज से लेकर स्‍टेशन तक सन्‍नाटा, नहीं मिला यहां नमाजियों को भी प्रवेश

आगरा, जागरण संवाददाता। अब तक कोरोना वायरस के कहर को अधिक गंभीरता से न लेने वाले लोग भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील के बाद से गंभीर हो गए हैं। पहले जहां वायरस के संक्रमण को गंभीरता से समझने वालों की संख्‍या के मुकाबले सोशल मीडिया पर मजाक बनाने वालों की अधिक थी वहीं शुक्रवार को शहर की फिजा बिल्‍कुल ही अलग नजर आई। हर शुक्रवार को ताजमहल में होने वाली जुमा की नमाज में नमाजियों का प्रवेश नहीं होने दिया तो रेलवे स्‍टेशन पर भी सन्‍नाटा सा पसरा दिखा। हांलाकि कमेटी के दस लोगों ने ताजमहल में नजाम अदा की। सड़क पर पसरे सन्‍नाटे को देखकर लग रहा है कि 22 मार्च से पूर्व ही जनता ने स्‍वत: ही कर्फ्यू मान लिया है।

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जी हां, इटली में बढ़ती कोरोना वायरस पीडि़तों की मौत की संख्‍या को देखते हुए भारत ने गंभीर कदम उठाने शुरु कर दिए है। भारत सरकार ने स्‍कूल कॉलेजों के बंद रखने के आदेश के दो दिन बाद 17 मार्च को एतिहासिक स्‍मारकों को 31 मार्च तक बंद करने के आदेश दे दिए थे। इस आदेश को मानते हुए शुक्रवार को ताजमहल के साथ ताज परिसर में स्थित फतेहपुरी मस्जिद और संदली मस्जिद में भी जुमे की नमाज में नमाजियों को प्रवेश नहीं दिया गया। फतेहपुरी और संदली मस्जिद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित हैं। ऐसे में एहतियात के तौर पर एएसआई द्वारा यहां नमाज को पहुंच रहे लोगों को लौटाया दिया गया। बता दें कि हर शुक्रवार दोपहर में शाही मस्जिद में नमाज अदा की जाती है। शुक्रवार को ताजमहल में साप्ताहिक बंदी रहती है, लेकिन स्मारक दोपहर में दो घंटे नमाजियों के लिए खुलता है। स्थानीय नागरिकों को ही नमाज के लिए स्मारक में प्रवेश दिया जाता है। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि यह देशहित और लोगों के स्वास्थ्य का मामला है। इसलिए नमाजियों को अंदर प्रवेश नहीं दिया गया।

आगरा का जूता कारोबार ठप

आगरा में कई बड़ी शू फैक्टरी कोरोना के कहर के कारण बंद कर दी गई हैं। डावर, बसन्त, कांसेप्ट, तेज, ओम एक्सपोर्ट समेत कई फ़ैक्टरियों में काम बंद कर दिया गया हैं। इसके साथ ही आर्डर कैंसिल हो रहे हैं। यूरोपीय देशों में बाज़ार बन्द होने से विंटर सीजन का माल तैयार नहीं किया जा रहा। एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर का कहना है कि करीब 1200 से 1500 करोड़ रुपये का नुकसान आगरा के जूता निर्यात कारोबार को हो सकता है। विंटर सीजन में करीब 2500 करोड़ रुपये का जूता निर्यात होता है।

रेलवे स्‍टेशन पर पसरा सन्‍नाटा

कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए लोगों ने शहर से बाहर जाने का कार्यक्रम स्‍वत: रद कर दिया है। इसी के चलते आगरा कैंट, राजा की मंडी, आगरा फोर्ट रेलवे स्‍टेशन सहित आइएसबीटी पर भी सन्‍नाटा पसरा हुआ है। प्‍लेटफार्म टिकट के दाम बढ़ने से भी रेलवे स्‍टेशनों पर भीड़ कम ही नजर आ रही है। गुरुवार को राजा मंडी रेलवे स्टेशन पर ₹50 की 67 प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री हुई, जबकि इससे पहले यह संख्या करीब 300 प्लेटफॉर्म टिकट की थी।

खाद्यन्‍न एकत्र कर रहे लोग

आने वाला वक्‍त कैसे हो इस शंका में लोग घर में अनाज और सब्जियों का भंडारन करने लगे हैं। मोतीगंज, बेलनगंज, रावत पाड़ा आदि बाजारों में दुकानों पर लोगों की अच्‍छी खासी भीड़ कोरोना की दहशत को साफ बयां कर रही है। वहीं बाजार में अन्‍य दुकानों भीड़ ना के बराबर ही है।


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