CoronaVirus: छुटटी पर एसएन के प्राचार्य, Quarantine हुए कार्यवाहक प्राचार्य, मोबाइल किया Switch Off
आंख से कम दिखाई देने पर छुटटी पर दिल्ली गए प्राचार्य। एसएन में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज मास्क और पीपीई की कमी।
आगरा, जागरण संवाददाता। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ जीके अनेजा छुटटी पर चले गए हैं। वहीं, कार्यवाहक प्राचार्य ने कोरोना की जांच के लिए सैंपल दे दिए, वे शाम को क्वारंटाइन हो गए। एसएन में ही कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है। यहां मास्क और पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूप्मेंट पीपीई की कमी होने लगी है। इससे जूनियर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को काम करने में समस्या आ रही है।
कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज एसएन इमरजेंसी में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में चल रहा है। यहां सघन चिकित्सा कक्ष आइसीयू के साथ क्वारंटाइन सेंटर भी बनाया गया है। ऐसे में एसएन के प्राचार्य डॉ जीके अनेजा की अचानक से आंख की रोशनी कम हो गई। वे रविवार को दिल्ली आपरेशन कराने के लिए दो दिन की छुटटी लेकर चले गए। पिछले महीने भी वे आंख में समस्या होने पर छुटटी पर चले गए थे। वहीं, एक विभाग के विभागाध्यक्ष को कार्यवाहक प्राचार्य बनाए गए। कुछ देर बाद ही विभागाध्यक्ष ने कोरोना की जांच के लिए सैंपल दे दिए। इसके बाद क्वारंटाइन में 14 दिन के लिए चले गए। अपना मोबाइल भी बंद कर लिया। इससे एसएन में इलाज करने वाले जूनियर डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को परेशानी होने लगी है। यहां मास्क और पीपीई की किल्लत है, इससे कम संख्या में ही मास्क और पीपीई किट दिए जा रहे हैं।
तीन करोड से खरीदे उपकरण, मास्क और पीपीई का इंतजाम नहीं
कोरोना के इलाज के लिए एसएन को तीन करोड का बजट मिला था, कॉलेज में चर्चा है कि बजट से एसएन के माइक्रोबायोलॉजी लैब में कोरोना की जांच करने के लिए उपकरण खरीद लिए गए हैं। जबकि लैब में पहले से जो उपकरण थे, उन्हें झांसी में लैब स्थापित करने के लिए भेज दिया गया। मगर, मास्क और पीपीई नहीं खरीदी हैं।
जिम्मेदारी से बच रहे अधिकारी, असंतोष
एसएन में अधिकारी जिम्मेदारी से बच रहे हैं, इससे कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करने में जुटे डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ में असंतोष है। डॉक्टरों को सात दिन डयूटी करने के बाद 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें होटल में भेज दिया जाता है, वहां सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।