Complain Against Police: खबरी की आइजी से गुहार, धमका रही पुलिस
Complain Against Police लॉकडाउन में शराब तस्करी की सूचना दी थी खबरी ने। इसी के बाद खबर देने वाले व्यापारी के खपा हुए इंस्पेक्टर।
आगरा, जागराण संवाददाता। लॉकडाउन में शराब तस्करी हो रही थी। दवा व्यापारी की सूचना पर दारोगा ने दबिश दी। मगर, वह फरार हो गया। इसके बाद से ही इंस्पेक्टर खबर देने वाले व्यापारी से खफा हो गए। पुलिस के डर से खबरी ने आइजी से अपनी गुहार लगाई। आइजी ने एसपी सिटी को मामले की जांच सौंप दी। खबरी ने इंस्पेक्टर पर घर दबिश देने और स्वजनों को धमकाने का भी आरोप लगाया है।
छीपीटोला निवासी दवा व्यापारी राॅबिन के घर के पास एक व्यक्ति लॉकडाउन में शराब बेच रहा था। रॉबिन की जान पहचान रकाबगंज थाने में तैनात दरोगा रामप्रताप से थी। उसने उन्हें इस बात की सूचना दे दी। रामप्रताप ने एक सिपाही के साथ दबिश दे दी। आरोपित मौके से भाग गया। सूचना सही थी इसिलए यह जानकारी दरोगा ने इंस्पेक्टर रकाबगंज को दी। रॉबिन का आरोप है कि इसके बाद पुलिस के माध्यम से शराब बेचने वाले को पता चल गया। वह खुद उन्हें धमकाने लगा। एक दिन थाने से पुलिस उसके घर पहुंची। इंस्पेक्टर रकाबगंज भी साथ थे। उसके स्वजनों को धमकाया गया। कई बार पुलिस घर पहुंची। इससे रॉबिन और उसके स्वजन दहशत में आ गए। रॉबिन ने आइजी ए सतीश गणेश के सामने पेश होकर पूरा मामला बताया और प्रार्थना पत्र दिया। इस पर आइजी ने एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद को मामले की जांच सौंप दी। एसपी सिटी ने अपनी जांच भी सौंप दी है। मगर, जांच में क्या सामने आया है? यह अभी उजागर नहीं हुआ है। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद का कहना है कि सभी आरोपों की जांच के बाद रिपोर्ट दे दी गई है। अब इस पर उच्च अधिकारियों को निर्णय लेना है।
कर्मचारी को धमकाने की चर्चाएं
एसपी सिटी कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी ने बयान के लिए इंस्पेक्टर रकाबगंज को फोन किया था। चर्चाएं हैं कि इंस्पेक्टर ने कर्मचारी को भी धमका दिया। कर्मचारी ने इसकी शिकायत एसपी सिटी से की। वह लिखित में शिकायत करना चाहता था। मामला विभागीय था इसलिए दबा दिया गया। यह घटना भी एसपी सिटी ऑफिस में चर्चा का विषय बनी हुई है।