Move to Jagran APP

Migratory Birds in Agra: सेंट्रल एशिया के कामन शेल्डक को पसंद नहीं कीठम झील की किनारे, चार ही जोड़े पहुंचे आगरा

Migratory Birds in Agra दलदली जमीन और जलीय घास इसका हेवीटेट छोटे कीट भोजन। सेंट्रल एशिया से उत्तरी भारत के वेटलैंडों पर होती है आमद। अंतरराष्ट्रीय संस्था वेटलैंड इंटरनेशनल की वार्षिक गणना एशियन वाटरबर्ड सेंसक्स के दौरान सूर सरोवर पक्षी विहार में आठ कामन शेल्डक मिली हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 03:49 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 03:49 PM (IST)
Migratory Birds in Agra: सेंट्रल एशिया के कामन शेल्डक को पसंद नहीं कीठम झील की किनारे, चार ही जोड़े पहुंचे आगरा
सूर सरोवर पक्षी विहार का हेवीटेट सेंट्रल एशिया के कामन शेल्डक पक्षी को नहीं भाया।

आगरा, जागरण संवाददाता। जिस सूर सरोवर पक्षी विहार में अठखेलियां करने सात समंदर पार से पक्षी आते हैं। पानी में गोता लगाकर छोटी मछलियों को भोजन बनाते हैं। वृक्षों की लताओं के नीचे कलरव सुनाई देता है। उसी सूर सरोवर पक्षी विहार का हेवीटेट सेंट्रल एशिया के कामन शेल्डक पक्षी को नहीं भाया। हर वर्ष कम आने वाली कामन शेल्डक के इस बार केवल चार ही जोड़ा पहुंचे हैं।

loksabha election banner

अंतरराष्ट्रीय संस्था वेटलैंड इंटरनेशनल की वार्षिक गणना एशियन वाटरबर्ड सेंसक्स के दौरान सूर सरोवर पक्षी विहार में आठ कामन शेल्डक मिली हैं। इसके अलावा 69 प्रजातियां मिली थीं। नोर्दन शोवलर और बार हेडेज गूज की संख्या सबसे ज्यादा थी। इंटरनेशनल यूनियन फार कंजर्वेशन आफ नेचर के सदस्य व इकोलाजिस्ट टीके राय के अनुसार हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम उप्र सहित उत्तरी भारत के जलाशयों पहुंचती है। मथुरा की जोधपुर झाल, आगरा का सूर सरोवर, मैनपुरी का समान और एटा का पटना पक्षी विहार में कामन शेल्डक कम पहुंचती है।

ये है कामन शेल्डक का हेवीटेट

सेंट्रल एशिया से आने वाले इस पक्षी को दलदली जमीन और जलीय घास पसंद है। इसमें यह छोटे-छोटे कीट व छोटी मछली का भोजन करता है। यह एक एक से आधा फीट जल वाले जलाशयों में ठहरता है। जलाशयों से लगभग पांच सौ मीटर की दूरी पर घोंसला बनाती है। 200 से 250 मीटर की ऊंचाई पर उड़ती है।

यह है पहचान

बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी के अध्यक्ष केपी सिंह ने बताया कि कामन शेल्डक की पहचान चोंच और गर्दन से की जाती है। इसकी चोंच लाल होती है और गर्दन काली होती है। इसके पंखों पर भूरे और काले निशान होते हैं। यह दो से चार अंडा देती है। बाकी पक्षियों की तरह इसका भी प्रजननकाल मार्च से अगस्त तक है। सेंट्रल एशिया में प्रजनन के बाद यह दूसरे जलाशयों की ओर रुख करता है।

प्रवासी पक्षी

ग्रेटर फ्लेमिंगो, ग्रे लैग गूज, बार हेडेड गूज, टफ्टिड डक, ब्लैक टेल्ड गोडविट, नोर्दन शोवलर, कामन टील, यूरेशियन कूट, पाइज एवोसेट, रिवर टर्न, नोर्दन पिनटेल, कामन पोचार्ड, गेडवाल, ब्लैकविंग स्टिल्ट, स्पाटविल्ड डक, लेशर विशलिंग डक, स्पूनविल डक, टैमीनिक स्टिंट बुड सेंडपाइपर, कामन सेंडपाइपर, मार्श सेंडपाइपर, ग्रीन शेंक, लिटिल रिंग्ड प्लोवर, केंटिश प्लोवर, पेंटेड स्टार्क, ब्लूथ्रोट, टैनी पिपिट, ट्री पिपिट, ब्लिथ रीड बैबलर आदि।

अप्रवासी पक्षी

यूरेशियन स्पूनविल, ब्लैक नेक्ड स्टार्क, वूलिनेक्ड स्टार्क, रेड वेटल्ड लेपविंग, रिवर लेपविंग, ग्रेट इग्रिट, इंटरमीडिएट इग्रिट, इंडियन कार्मोरेंट, लिटिल कार्मोरेंट, आरयंटल डार्टर, ग्रे हेरान, पर्पल हेरान।

इनकी संख्या रही ज्यादा

बार हेडेड गूज - 1269

नोर्दन शोवलर - 1826

ग्रेट कार्मोरेंट - 988

ग्रेट व्हाइट पेलिकन- 67 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.