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करियर के लिए कॉमर्स बना 'हॉटकेक'

जागरण संवाददाता, आगरा: बदले दौर में करियर का नया रास्ता खुल गया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Jul 2018 10:43 AM (IST)Updated: Thu, 12 Jul 2018 10:43 AM (IST)
करियर के लिए कॉमर्स बना 'हॉटकेक'
करियर के लिए कॉमर्स बना 'हॉटकेक'

जागरण संवाददाता, आगरा: बदले दौर में करियर का नया रास्ता खुल गया है। अब डॉक्टर, इंजीनियर से ज्यादा जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के एक्सपर्ट चर्चा में हैं। एक्सपोर्ट यूनिट से लेकर छोटे बाजार में सीए और एकाउंटेंट की मांग दो गुना तक बढ़ गई है। ऐसे में करियर के लिए कॉमर्स 'हॉटकेक' बन चुका है। पहले ग्यारहवीं में साइंस लेने के लिए मारामारी होती थी अब कॉमर्स के लिए सिफारिश लगाई जा रही है। कई स्कूलों में कॉमर्स की कक्षाओं में छात्रों के लिए जगह नहीं बची है, साइंस और आर्ट की कक्षाएं खाली हैं। इसी तरह से बीकॉम में बीएससी से ज्यादा आवेदन आ रहे हैं। वहीं, इंटरमीडिएट के बाद सीए करने वालों की संख्या भी बढ़ी है।

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कॉमर्स ने पीछा छोड़ दी साइंस

जिले के स्कूल और कॉलेजों में दो साल पहले तक छात्रों की पहली पसंद साइंस थी। ग्यारहवीं में छात्र साइंस विषय लेकर डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना देखते थे, कोचिंग करते थे। इसी तरह से इंटरमीडिएट के बाद बीएससी पहली पसंद थी। 2016 में नोटबंदी और उसके बाद जीएसटी के लागू होने से कॉमर्स की तरफ रुझान बढ़ने लगा, साइंस की तरह कॉमर्स में जीएसटी से लेकर टैक्सेशन के नए नियम और कानून आ गए हैं। इसे पढ़ने में भी छात्रों का रुझान बढ़ा है। 2018 में अधिकांश कान्वेंट स्कूल से लेकर यूपी बोर्ड के स्कूल में कॉमर्स में प्रवेश लेने वालों की संख्या ज्यादा रही है। साइंस दूसरे नंबर पर पहुंच गया है। इसी तरह से सेंट जोंस कॉलेज में कॉमर्स में साइंस से ज्यादा आवेदन आए हैं। आगरा कॉलेज और आरबीएस में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, यहां भी बीकॉम में प्रवेश के लिए आवेदन ज्यादा आ रहे हैं।

10 से 30 हजार तक की मिल रही नौकरी

कॉमर्स से इंटरमीडिएट के बाद छात्र सीए कर रहे हैं, बीकॉम करने के बाद सीए के निर्देशन में एकाउंटेंट का काम करने लगे हैं। कुछ सेंटर कॉमर्स ग्रेजुएट को जीएसटी एक्सपर्ट का प्रशिक्षण दे रहे हैं। इसके बाद 10 से लेकर 30 हजार रुपये तक की नौकरी मिल रही है। पार्ट टाइम काम के लिए दो से तीन हजार रुपये तक का भुगतान हो रहा है।

प्रोफेशनल्स का हाल

सीए पंजीकृत - 1028

प्रैक्टिस कर रहे सीए - 700

हर साल तैयार हो रहे सीए - 50 से अधिक

मार्केट में मांग

अनुभवी एकाउंट की मांग - तीन गुना बढ़ी, 25 से 30 हजार भुगतान।

एक्सपर्ट एकाउंटेंट - दो गुना बढ़ा, (एक से डेढ़ साल का अनुभव) पार्ट टाइम काम के लिए दो से तीन हजार रुपये।

कॉलेजों का हाल

सेंट जोंस कॉलेज

बीकॉम - 1815, 1680

बीएससी - 1755, 1500

आर्ट - 877 , 785

स्कूलों का हाल

सेंट पीटर्स कॉलेज - कॉमर्स - 130

साइंस - 65

प्रिल्युड पब्लिक स्कूल - कॉमर्स - 72, साइंस - 33, आर्ट - 10

जीडी गोयंका - कॉमर्स - 27, साइंस - 22, आर्ट - 30

रत्‍‌नमुनि जैन इंटर कॉलेज - कॉमर्स - 130 , साइंस गणित - 90

बायोलॉजी - 70 पिछले तीन साल में 11 वीं में कॉमर्स विषय लेने वालों की संख्या तीन गुना तक बढ़ गई है, अब साइंस से ज्यादा छात्र कॉमर्स ले रहे हैं।

सुशील गुप्ता, अध्यक्ष अप्सा ग्यारहवीं में कॉमर्स में प्रवेश के लिए हर रोज 20 से 25 बच्चे आ रहे हैं, लेकिन कॉमर्स की कक्षा में जगह नहीं है।

डॉ. अनिल वशिष्ठ, प्रधानाचार्य रत्‍‌नमुनि जैन इंटर कॉलेज एकाउंटेंट और टेक्निकल एक्सपर्ट की मांग दो गुना बढ़ गई है। अनुभवी एकाउंटेंट को 25 से 30 हजार रुपये का भुगतान किया जा रहा है।

मोहन लाल कुकरेजा, अध्यक्ष

द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया, आगरा ब्रांच

अभी प्रवेश प्रक्रिया चल रही है, आवेदन की अंतिम तिथि 30 जुलाई है, बीकॉम की सीट कम होने के बाद भी आवेदन ज्यादा आ रहे हैं।

डॉ. एके गुप्ता, प्राचार्य आगरा कॉलेज


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