थाने से कोर्ट तक गुलाबी कर दी पॉलीथिन, सिपाही को बड़ी भारी पड़ी ये चूक Agra News
बयान बदलने पर फंसा पुलिस कांस्टेबल। धारा 161 के बयान में बताई थी सफेद पालीथिन और कोर्ट में बताई गुलाबी।
आगरा, जागरण संवाददाता। थाने से कोर्ट पहुंचते-पहुंचते नशीले पाउडर की पॉलीथिन का रंग बदल गया। यह पॉलीथिन थाने के रिकॉर्ड के अनुसार सफेद थी और कोर्ट में कांस्टेबिल ने गवाही में गुलाबी रंग का बताया। न्यायालय ने हरीपर्वत में तैनात सिपाही पर कोर्ट ने मुकदमा दर्ज कराया है और डीजीपी और एसएसपी को विभागीय कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
मामले के अनुसार कोतवाली थाने के एसआइ सुधीर कुमार, एसआइ अरुण कुमार के साथ कांस्टेबल वेदप्रकाश रात को पाय चौकी के पास चेकिंग कर रहे थे। कश्मीरी बाजार की तरफ से आता हुआ व्यक्ति पुलिस को देखकर दूसरी तरफ मुड़ गया। शक के आधार पर पुलिस ने कटरा गाड़ीवान के पास उसे दबोच लिया। तलाशी के दौरान पुलिस ने उसके पास से 120 ग्राम नशीला पाउडर बरामद किया। पुलिस की लिखापढ़ी के अनुसार सफेद रंग की पॉलीथिन में गुलाबी रंग का पाउडर बरामद किया गया। एसआइ और कांस्टेबल ने भी अपने 161 के बयानों में पॉलीथिन का रंग सफेद और पाउडर का रंग गुलाबी ही बताया। मामला जब कोर्ट में पहुंच गया था, तो वहां भी एसआइ और कांस्टेबल गवाह बने। यहां से पॉलीथिन का रंग बदलने की कहानी शुरू होती है। जिस कांस्टेबल वेदप्रकाश ने धारा 161 के बयानों में पॉलीथिन का रंग सफेद दर्ज कराया था और कोर्ट में जाकर उसी कांस्टेबल ने पॉलीथिन का रंग गुलाबी और उसमें पाउडर का रंग सफेद बताया। कांस्टेबल ने अपने बयान में दोनों चीजों का रंग आपस में बदलकर बताया। इसमें कांस्टेबल फंस गया। कोर्ट ने उसके खिलाफ धारा 344 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। साथ में उस पर विभागीय कार्रवाई करने को पुलिस महानिदेशक उप्र और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र प्रेषित किया है।
कोर्ट में खोली पॉलीथिन सफेद
मामला अपर सत्र न्यायाधीश अतुल सिंह की कोर्ट में मामला लंबित था। सहायक शासकीय अधिवक्ता अनंत कुमार ने न्यायाधीश की अनुमति पर पॉलीथिन खोलकर देखी, तो कोर्ट में सफेद पॉलीथिन में गुलाबी पाउडर निकला था।