कलक्ट्रेट पहुंचने से पहले ही रोके प्रसपाई, पुलिस से नोकझोंक
कलक्ट्रेट पर धरना- प्रदर्शन करने जा रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया
आगरा, जागरण संवाददाता। कलक्ट्रेट पर धरना- प्रदर्शन करने जा रहे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बीच रास्ते ही रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से तीखी नोकझोंक भी हुई। गुस्साए कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। बाद में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपकर धरना खत्म कर दिया।
बुधवार सुबह दस बजे से ही प्रसपा कार्यकर्ता साई की तकिया स्थित बेप्टिस्ट स्कूल पर एकत्र होना शुरू हो गए। स्कूल के गेट के बाहर पुलिस भी मुस्तैद थी। सुबह दस बजे ही एसीएम प्रसपा कार्यकर्ताओं से ज्ञापन लेने पहुंच गए। इस पर प्रसपाई भड़क गए और कलक्ट्रेट तक जाने के लिए अड़ गए। पुलिस ने स्कूल का गेट बंद कर दिया। इस पर पुलिस और प्रसपा कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई। प्रदेश अध्यक्ष लोहिया वाहिनी और आगरा प्रभारी नितिन कोहली, जिलाध्यक्ष धारा सिंह यादव और महानगर अध्यक्ष अशोक रैना के नेतृत्व में प्रसपा कार्यकर्ता गेट खोलकर कलक्ट्रेट की ओर जाने के लिए सड़क पर आ गए। थोड़ा आगे ही बढ़े थे कि एक बार फिर पुलिस ने रोकने की कोशिश की। वहां भी कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोकझोंक हुई। इसके बाद कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और कलक्ट्रेट तक पैदल मार्च करने की मांग पर अड़ गए। पुलिस ने अनुमति न होने का हवाला देते हुए उन्हें आगे नहीं जाने दिया। कार्यकताओं के सड़क पर बैठने से साई की तकिया चौराहे पर जाम लग गया। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट वहां पहुंच गए और कार्यकर्ताओं को समझाने की कोशिश की। कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपकर धरना खत्म कर दिया। इस मौके पर चौधरी मान सिंह, राजेश धनगर, वाजिद उस्मानी, आशवीर सिंह, थान सिंह यादव, कालीचरन यादव, दीपक रेड्डी, डीपी यादव, प्रेमकांत त्यागी, बाबूलाल प्रधान, आशीष तिवारी, यूनिस खान, लक्की शिवहरे, विमल कुमार, शीलू यादव आदि मौजूद रहे। तानाशाही रवैया अपना रही सरकार
प्रसपा लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष और आगरा प्रभारी नितिन कोहली ने कहा कि प्रदेश में बिजली की कीमतों में हो रही बढ़ोत्तरी एवं बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर यह पैदल मार्च एवं सांकेतिक धरना दिया गया। सरकार की जनविरोधी नीतियों की वजह से गरीब, किसान और नौजवान परेशान है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अंग्रेजों ने तानाशाही शासन किया था उसी प्रकार भाजपा सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है।